NEET परीक्षा के दौरान सवाई माधोपुर में हंगामा, अभ्यर्थियों ने लगाए ये गंभीर आरोप
राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में नीट यूजी की परीक्षा में गड़बड़झाले की सूचना सामने आने पर जमकर हंगामा हुआ। आदर्श विद्या मंदिर परीक्षा केंद्र पर एग्जाम देने पहुंचे अभ्यर्थियों ने आरोप लगाए।
राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में नीट यूजी की परीक्षा में गड़बड़झाले की सूचना सामने आने पर जमकर हंगामा हुआ। जिले के आदर्श विद्या मंदिर परीक्षा केंद्र पर एग्जाम देने पहुंचे अभ्यर्थियों के परिजनों ने सेंटर के बाहर जमकर हंगामा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों को अंग्रेजी मीडियम के प्रश्न पत्र दिए गए और एक घंटे बाद उसे वापस ले लिया गया। दरअसल, मॉडल टाउन स्थित आदर्श विद्या मंदिर परीक्षा केंद्र पर ये हंगामा हुआ। स्कूल में परीक्षा देने पहुंचे अभ्यर्थियों ने इस आपत्ति जताई और कुछ अभ्यर्थी ऐसे भी थे, जो कैंपस से परीक्षा छोड़कर बाहर जाने लगे। कैंपस के बाहर उनके परिजन हंगामा करने लगे। साथ ही अभ्यर्थियों ने केंद्र पर मौजूद पुलिसकर्मियों पर बदसलूकी के भी आरोप लगाए। कुछ अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र से पर्चा लेकर बाहर निकल गए।
2022 में भी हुआ था इस तरह का गड़बड़झाला
बता दें साल 2022 में भी राजस्थान के कोटा, नागौर के साथ-साथ कुछ अन्य शहरों में भी इसी तरह का गड़बड़झाला हुआ था. वहां हिंदी मीडियम के अभ्यर्थियों को इंग्लिश के प्रश्न पत्र दे दिए गए थे, जिसके चलते उन्हें देर हुई थी। बाद में पेपर और ओएमआर शीट बदल दी गई थी. ऐसे में कई जगहों पर व्हाइटनर लगी ओएमआर शीट कैंडिडेट को दी गई थी, जिन्हें पहले दूसरे विद्यार्थियों ने भरा था।
कैंडिडेट को ओएमआर शीट और प्रश्न पत्र एक ही सीरियल नंबर का मिला था। हालांकि, तब हनुमान बेनीवाल ने इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से मामले में हस्तक्षेप की मांग की थी। ऐसे में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने इस गलती को बाद में स्वीकार किया और कुछ जगहों पर दोबारा परीक्षा भी आयोजित की गई थी। हालांकि, कोटा में दोबारा परीक्षा नहीं हुई थी, लेकिन वहां इस मामले को लेकर काफी दिनों तक हंगामा चला था।