RBSE दसवीं बोर्ड का रिजल्ट: झुंझुनूं सिरमौर, दीक्षा चौधरी को मिले 99 % अंक
राजस्थान में 10 वीं के रिजल्ट में झुंझनूं जिले का जलवा रहा है।माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर की ओर से गुरुवार को जारी किए गए दसवीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम में झुंझुनूं जिला प्रदेश में सिरमौर रहा है।
Rajasthan Board 10th Result 2023 :राजस्थान में 10 वीं के रिजल्ट में झुंझनूं जिले का जलवा रहा है।माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर की ओर से गुरुवार को जारी किए गए दसवीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम में झुंझुनूं जिला प्रदेश में सिरमौर रहा है। हजारों स्टूडेंट्स का इंतजार खत्म हो चुका है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कक्षा दसवीं का रिजल्ट जारी कर दिया है। झुंझुनूं जिले का रिजल्ट इस बार 95.70 प्रतिशत रहा है। जिले में कुल 30915 स्टूडेंट्स पास हुए हैं। झुंझुनूं ने इस बार सभी जिलों को पछाड़ते हुए 95.70 प्रतिशत अंक हासिल कर प्रदेश में पहले नंबर पर जगह बनाई है।
कोरोना में पिता की नौकरी छूटी, बेटी लाई 99% अंक
झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ के समीप एक छोटे-से गांव नवलड़ी की छात्रा दीक्षा चौधरी ने 10वीं में 99% नंबर हासिल किए हैं। दीक्षा साधारण परिवार से हैं। पिता नौकरी करते थे, लेकिन कोरोना काल में चली गई। आय के लिए खेती-बाड़ी शुरू की, लेकिन उसमें भी कभी मौसम की मार ने तो कभी फसलों में बीमारियों ने पीछा नहीं छोड़ा।माता-पिता ने जैसे-तैसे परिवार काे पाला और बेटी दीक्षा से हमेशा यही कहा कि तू ही हमारी उम्मीद है, तुझे हमारा हर सपना पूरा करना है। बेटी ने भी उन्हें निराश नहीं किया। साधारण परिस्थितियों में रहते हुए भी दसवीं में उसने 600 में से 594 अंक हासिल किए हैं। उसके महज छह अंक कटे हैं। कैरू गांव की बेटी दीक्षा चौधरी ने तो 99 प्रतिशत अंक हासिल कर जिले का नाम रोशन कर दिया। जिले में बेटे-बेटियों के परिणाम की बात की जाए तो 96.74 प्रतिशत अंकों के साथ बेटियां आगे रही हैं। जबकि बेटों का परिणाम 94.86 प्रतिशत रहा है। जिले के प्रदेश में सिरमौर रहने व बेटी-बेटों के बेहतर परिणाम के चलते स्कूलों से लेकर घरों तक जश्न का माहौल है।
दीक्षा का सपना आईएएस बनना
झुंझुनूं के नवलगढ़ उपखंड के नवलड़ी गांव की दीक्षा कुमारी ने 99 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। उसके 600 में से 594 अंक आए हैं। परिणाम जारी होते ही दीक्षा कुमारी की मां ने तिलक लगाकर उसकी आरती उतारी। उसके घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया। दीक्षा कुमारी के पिता विनोद कुमार खेती का काम करते हैं। मां सुनीता कुमारी गृहणी हैं। दीक्षा ने बताया कि वह रोजाना 5 से 6 घंटे तक पढ़ाई करती थीं। उसका सपना आईएएस बनना हैं। दीक्षा ने बेहतर परिणाम के लिए मेहनत करना जरूरी है। उसने पढ़ाई के दौरान मोबाइल फोन से दूर रहने की सलाह दी। इसी प्रकार सिंघाना के पास थली गांव की आयुषी शर्मा ने दसवीं के परिणाम में 98.17 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। आयुषी के पिता सरकारी स्कूल में अध्यापक हैं। आयुषी ने बताया कि उसने रोजाना सात-आठ घंटे पढ़ाई की। वह आइएएस बनना चाहती है।