पहले केंद्र में मंत्री, अब राजस्थान कैबिनेट में एंट्री; रोलर कोस्टर की तरह राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का सियासी सफर
Rajyvardhan Singh Rathore: लोकसभा से सियासी सफर की शुरुआत करने वाले राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भजनलाल शर्मा कैबिनेट के नामचीन चेहरों में से एक हैं। राठौड़ का अबतक का राजनीतिक सफर रोलर-कोस्टर जैसा रहा है।
Rajasthan Cabinet News: राजस्थान में कल 30 दिसंबर को मंत्रिमंडल का गठन किया गया। CM भजनलाल शर्मा के कैबिनेट में 12 और राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के तौर पर 10, कुल मिलाकर 22 सदस्यीय मंत्रिमंडल बनाया गया है। झोटवारा नवनिर्वाचित विधायक और पूर्व सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को भी कैबिनेट में शामिल किया गया है।
ओलम्पिक मेडलिस्ट और सेना में अधिकारी रहे कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का राजनीतिक सफर किसी रोलर कोस्टर से कम नहीं है। साल 2013 में आर्मी से रिटायरमेंट लेने के बाद राठौड़ ने भाजपा का दामन थामा। 2014 के चुनाव में पार्टी ने उन्हें जयपुर ग्रामीण सीट से मौका दिया और वो बिल्कुल खरे उतरे। कांग्रेस के लालचंद कटारिया को हराकर संसद का सफर तय किया। केंद्र में सत्तासीन हुई भाजपा सरकार में राठौड़ को सूचना और प्रसारण मंत्रालय का राज्यमंत्री बनाया गया। फिर साल 2017 में उन्हें खेल एवं युवा मामले का कैबिनेट मंत्री बनाया गया। लोकसभा चुनाव से पहले उन्हें सूचना और प्रसारण मंत्री स्वतंत्र प्रभार का चार्ज सौंपा गया।
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने फिर जयपुर ग्रामीण सीट से जीत दर्ज की लेकिन इस बार उन्हें न तो कैबिनेट में मंत्री बनाया गया न ही मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। सूत्रों की मानें तो पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें राजस्थान में भाजपा की स्थिति मजबूत करने में लगा दिया।
विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अपने सियासी समीकरण फिट करते हुए सूबे में कई सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा। राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को जयपुर की झोटवारा सीट से टिकट दिया। राठौड़ ने कांग्रेस के अभिषेक चौधरी को 50 हजार वोटों से करारी शिकस्त दी। जिसके बाद 6 दिसंबर को राठौड़ ने संसद सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
सूबे में नवगठित कैबिनेट में 2 सांसदों को शामिल किया गया है। राजयवर्धन सिंह राठौड़ के अलावा करणपुर से भाजपा प्रत्याशी और पूर्व मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया है। करणपुर सीट पर 5 जनवरी को चुनाव होना है।
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का नाम सूबे में CM और डिप्टी CM पद के लिए आगे माना जा रहा था लेकिन भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने अपने फैसले से सबको चौका दिया। केंद्र से सियासी सफर की शुरुआत करने वाले राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भजनलाल शर्मा कैबिनेट के कद्दावर चेहरों में से एक हैं। विभाग आवंटन में इसका कितना असर पड़ेगा ये देखने वाली बात होगी।