पाकिस्तानी बच्चों को स्कॉलरशिप देगी राजस्थान की भजनलाल सरकार, क्या है योग्यता
राजस्थान पाकिस्तानी प्रवासी बच्चों के लिए एक छात्रवृत्ति योजना लेकर आ रही है। इस योजना के तहत पाकिस्तानी माता-पिता से जन्मे बच्चे जो भारत में रह रहे हैं उनको फायदा मिलेगा। आइये जानते हैं।
राजस्थान की भजनलाल सरकार पाकिस्तानी प्रवासी बच्चों के लिए छात्रवृत्ति योजना शुरू करने जा रही है। इस साल जुलाई में पेश होने वाले राज्य बजट में इस छात्रवृत्ति योजना को भी शामिल किया जाएगा। इस छात्रवृत्ति के तहत पाकिस्तान से आए ऐसे बच्चे जिनको अभी नागरिकता नहीं मिल पाई है, उन्हें इसका लाभ मिलेगा। इसमें बच्चों के लिए स्कूलों में मुफ्त शिक्षा, स्कूल ड्रेस, किताबों के साथ ही कोचिंग सुविधा भी मुफ्त में प्रदान की जाएंगी।
इस योजना की शुरआत राजस्थान में की जा चुकी है। अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, भजनलाल सरकार के शिक्षा विभाग ने सभी जिला कलेक्टरों को पत्र लिखकर पाकिस्तानी माता-पिता के 6-14 साल के बच्चों की संख्या और उनकी स्कूली पढ़ाई के बार में जानकारी देने की अपील गई है। इसके लिए राज्य में पाकिस्तानी प्रवासियों के लिए काम करने वाले लोगों और संगठनों से भी शिक्षा विभाग ने सुझाव मांगा है।
'टाइम्स ऑफ इंडिया' की रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान में 35 हजार से ज्यादा पाकिस्तानी प्रवासी रहते हैं। इन प्रवासियों में बड़ी संख्या में ऐसे बच्चों का नाम शामिल है, जिन्हें भारत की नागरिकता ना होने के कारण पढ़ाई के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जब इनके माता-पिता स्कूलों में एडमिशन करवाने जाते हैं तो नागरिकता ना होने के कारण इनको एडमिशन देने से इनकार कर दिया जाता है।
इस बारे में जानकारी देते हुए राजस्थान माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने बताया कि उन्होंने ऐसे पाकिस्तानी बच्चों के लिए स्कॉलरशिप नीति बनाने के लिए जिला कलेक्टरों को पत्र लिखकर जानकारी मांगी है और इसके लिए सुझाव भी मांगे गए हैं। छात्रवृत्ति नीति को लेकर बात करते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि राजस्थान ऐसा करने वाला पहला राज्य बनने जा रहा है। उन्होंने बताया कि छात्रवृत्ति योजना का लाभ केवल उन छात्र-छात्राओं को ही मिलेगा जो ये साबित कर पाएंगे कि उनके माता-पिता पाकिस्तान से पलायन करके आए हैं।