राजस्थान के इस इलाके के लोगों से देश के 14 राज्य परेशान, यूं नकेल कसेगी पुलिस
जांच पड़ताल में पहले चरण में जब पुलिस ने जांच की तो 21000 ऐसी फर्जी सिम मिले जो बाहर के राज्यों के लोगों के नाम से थे। इसलिए अब इन 21000 फर्जी सिमों को ब्लॉक करने की कवायद शुरू हो चुकी है।
राजस्थान के मेवात इलाके में काफी समय से पहले से ही बदमाश नकली सोने की ईंट बेचकर लोगों के साथ ठगी करते आए हैं। लेकिन अब इन्होंने अपना तरीका बदलकर डिजिटल तौर पर फ्रॉड शुरू कर दिया है। इन दिनों सोशल साइट्स के जरिए ये बदमाश सेक्सटॉर्शन, अवैध हथियार, या अन्य सामान सस्ते दाम पर बेचने का झांसा देकर ठगी कर रहे हैं। खासकर ओएलएक्स और फेसबुक के जरिए ठगी की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है। इन ठगों ने देश के कई राज्यों के लोगों को निशाना बनाया है। अब पुलिस ने इनसे निपटने की तैयारी कर ली है।
पुलिस कस रही शिकंजा
देश के 14 राज्यों के लोगों के साथ ठगी करने वाले इन बदमाशों पर काबू पाने के लिए पुलिस ने नई रणनीति बनाई है। ठगी करने के लिए जिन मोबाइल सिम के जरिए ये लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं उन सिमों पर शिकंजा कसा जा रहा है। जांच पड़ताल में पहले चरण में जब पुलिस ने जांच की तो 21000 ऐसी फर्जी सिम मिले जो बाहर के राज्यों के लोगों के नाम से थे। इसलिए अब इन 21000 फर्जी सिमों को ब्लॉक करने की कवायद शुरू हो चुकी है।
इसी तरह दूसरे और तीसरे चरण में ऐसे फर्जी मोबाइल सिमों की संख्या करीब एक लाख से ज्यादा तक पहुंच जाएगी। जानकारी के मुताबिक, एक-एक ठग के पास 10 से लेकर 20 तक फर्जी सिम होते हैं। मेवात इलाके के जो लोग अन्य राज्यों में ट्रक ड्राइवरी करते हैं या अन्य काम करते हैं उनसे ये ठग अन्य राज्यों के लोगों के नाम से फर्जी सिम खरीदवाकर मंगवा लेते हैं।
यह बोली पुलिस
जिला पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह के मुताबिक फिलहाल पुलिस को निरहुआ क्षेत्र के 130 गांव में लगे टावरों के जरिए 21000 ऐसे सिम के नंबर मिले हैं जो फर्जी हैं। ये सिम अन्य राज्यों के लोगों के नाम से हैं, लेकिन इनका दुरुपयोग यहां के स्थानीय बदमाश कर रहे हैं। सोशल मीडिया के जरिए अवैध हथियार बेचने या सस्ती कीमतों में सामान बेचने का झांसा देकर लोगों के साथ ठगी करते हैं। साथ ही लड़कियों के नाम से फर्जी फेसबुक बनाकर लोगों को सेक्सटॉर्शन का शिकार भी बनाते हैं।