कोटा में NEET की तैयारी कर रही नाबालिग छात्रा प्रेग्नेंट, अस्पताल में बच्ची को दिया जन्म
कोटा शहर में NEET की तयारी कर रही नाबालिग लड़की ने बच्चे को जन्म दिया है। लड़की के परिजनों ने दर्द होने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया। हालांकि मामले में पुलिस शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।
शहर में नीट की तैयारी कर रही नाबालिग कोचिंग छात्रा के प्रेग्नेंट होने का मामला सामने आया है। छात्रा ने जेके लोन अस्पताल में बच्ची को जन्म दिया है। चिकित्सको के मुताबिक फिलहाल दोनों जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं। वहीं अस्पताल प्रशासन की सूचना पर बाल कल्याण समिति की टीम भी अस्पताल पहुंची और डॉक्टरों से मामले की जानकारी ली है। बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष कनीज फातिमा ने बताया कि पहले परिजन बच्चे को रखना चाहते थे। अब उन्होंने बच्चे को बाल कल्याण समिति को सौपने का फैसला लिया। फिलहाल इस मामले में परिजनों की ओर से पुलिस में अबतक शिकायत नहीं दी गई है।
दो महीने पहले ही कोटा आई थी छात्रा
जानकारी के अनुसार, नाबालिग छात्रा की उम्र 16 साल है। वो एमपी की रहने वाली है और 2 महीने पहले ही नीट की तैयारी करने कोटा आई थी। फिलहाल छात्रा कुन्हाड़ी इलाके में रह रही है। ऐसे में छात्रा के साथ उसके परिजन भी कोटा में मौजूद थे। छात्रा को पेट दर्द की शिकायत पर परिजन उसे हॉस्पिटल लेकर पहुंचे थे। जांच में उसके साढ़े 8 माह के गर्भ होने की जानकारी सामने आई। जिसके बाद जेके लोन हॉस्पिटल में उसे भर्ती किया गया। वहीं, छात्रा को लेबर रूम में शिफ्ट किया गया। जहां उसने बेबी को जन्म दिया। इस मामले में नाबालिग के परिजन कुछ भी बोलने को तैयार नहीं। नाबालिग के गर्भवती होने की सूचना पर बाल कल्याण समिति की टीम काउंसलर को लेकर हॉस्पिटल पहुंची। लेकिन परिजनों ने जानकारी देने से इनकार कर दिया।
सीडब्ल्यूसी संभालेगी बच्चे की जिम्मेदारी
जेके लोन हॉस्पिटल में गायनिक एचओडी डॉक्टर भारती सक्सेना ने बताया कि छात्रा को सोमवार को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां पर उसकी नॉर्मल डिलीवरी हुई। वहीं पहले परिजनों ने नवजात को रखने की इच्छा जताई थी, लेकिन आज जब आज डॉक्टर्स की टीम ने राउंड किया तो परिजनों ने बेबी को रखने से इनकार कर दिया। जिस पर बाल कल्याण समिति को सूचना दी है। वहीं बाल कल्याण समिति ने कागजी कार्रवाई के बाद बच्चे को अपनी संरक्षण में ले लिया है।