राजस्थान में गणपति विसर्जन के दौरान बड़ा हादसा, डूब रहे युवकों की आवाज शोर में दबी
बताया जा रहा है कि मदद के लिए वो लोग चिल्लाए रहे थे लेकिन शोर के कारण उनकी आवाज किसी ने नहीं सुनीं। लोगों ने उन्हें डूबते देखा तो दौड़े, लेकिन तब देर हो चुकी थी। हादसे में सभी की मौत हो चुकी है।
राजसमंद में गणपति प्रतिमा विसर्जन के दौरान बड़ा हादसा हो गया है। यहां तीन युवकों की बनास नदी में डूबने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि यह तीनों प्रतिमा को विसर्जित करने के लिए नदी में गहराई की तरफ चले गए थे। डूबने की आशंका होने पर तीनों युवकों ने मदद के लिए खूब आवाज लगाई, लेकिन विसर्जन के शोर में उनकी आवाज दब गई और पानी में ही उनकी जिंदगी खत्म हो गई। यह घटना रविवार देर शाम की है और तीनों युवक राजसमंद शहर में हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के रहने वाले थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, रविवार को बनास नदी के किनारे गणेशजी की प्रतिमा विसर्जन के लिए सुबह से ही भीड़ लगी थी। गणपति बप्पा मोरिया के नारे लग रहे थे। लोगों में खूब उत्साह था, लेकिन देर शाम को वहां सन्नाटा पसरा था। लोग चुपचाप ही प्रतिमाओं का विसर्जन करने लगे। चेहरों पर मायूसी छा गई। क्योंकि यहां डूबने से तीन युवकों की मौत हो गई थी।
यह थी घटना :
विसर्जन के दौरान हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी चिंटू, जतिन व विकास बनास नदी के किनारे से कुछ आगे की ओर चले गए। इन तीनों को गहराई का अंदाजा नहीं था। पानी गहरा होने के कारण वे डूबने लगे। मदद के लिए चिल्लाए लेकिन शोर के कारण उनकी आवाज किसी ने नहीं सुनीं। लोगों ने उन्हें डूबते देखा तो दौड़े, लेकिन तब देर हो चुकी थी। विसर्जन करने ये टोली के साथ नौगामा गांव के पास बनास नदी पर बने बावन कोटा घाट पहुंचे थे।
पता चलने के बाद लोग तीनों को पानी से बाहर ले आए। उन्हें औंधे मुंह लेटाकर पानी भी निकाला और अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।