कोटा में फिर एक छात्र ने मौत को गले लगाया, JEE की तैयारी कर रहे स्टूडेंट ने किया सुसाइड; बिहार का रहने वाला था
राजस्थान के कोटा में छात्रों के सुसाइड का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब जेईई की तैयारी कर रहे एक छात्र ने आत्महत्या कर ली है। छात्र का नाम संदीप कुमार है। पुलिस को उसका शव फंदे से लटका मिला।
राजस्थान में शिक्षा नगरी के नाम से मशहूर कोटा में छात्रों की आत्महत्या का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। अब जेईई की तैयारी कर रहे एक छात्र ने आत्महत्या कर ली है। छात्र का नाम संदीप कुमार है। पुलिस को उसका शव फंदे से लटका मिला। महावीर नगर थाने की पुलिस मामले की जांच कर रही है। छात्र महावीर नगर सेकंड स्थित पीजी में रह रहा था। जानकारी के अनुसार, छात्र पिछले दो साल से कोटा में रहकर जेईई की तैयारी कर रहा था और यह उसका दूसरा साल था। पुलिस के मुताबिक छात्र ने देर रात अपने कमरे में फंदा लगा लिया। आज सुबह कमरे में रहने वाले छात्र ने कोचिंग जाते समय उसके कमरे के रोशनदान में रस्सी लटकते देखी और मकान मालिक को सूचना दी। छात्र संदीप मूल रूप से बिहार के नालंदा का निवासी था। वहीं पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवा दिया है।
छात्र के माता-पिता की पहले ही हो चुकी है मौत
जानकारी में सामने आया है कि छात्र संदीप और उसका भाई संजीत कोटा में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। उनके माता-पिता की चार साल पहले ही मौत हो चुकी है। ऐसे में चाचा ही दोनों की पढ़ाई करवा रहे थे। संजीत इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा है। मकान मालिक महेंद्र ने बताया कि संदीप रात को मैस से खाना खाकर आया था और इस दौरान उससे बात हुई थी। इसके बाद वह अपने कमरे में चला गया। एक दिन पहले ही उसके चाचा ने उसके खाते में रुपए भी डलवाए थे।
कमरे में नहीं लगा हुआ था एंटी हैंगिंग डिवाइस
पुलिस की अभी तक की जांच में सामने आया है कि छात्र संदीप जिस कमरे में रह रहा था। उसमें एंटी हैंगिंग डिवाइस नहीं लगा हुआ था। जबकि प्रशासन ने एंटी हैंगिंग डिवाइस सभी हॉस्टल्स और पीजी में लगाने के निर्देश दिए हुए हैं। लेकिन प्रशासन की तरफ से जागरूकता कोई काम नहीं आई। यह भी सामने आया है कि छात्र संदीप कोचिंग भी कभी-कभी जाता था। ऐसे में महावीर नगर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इस साल अब तक 13 कोचिंग छात्रों ने किया सुसाइड
शिक्षा की काशी कोटा की बात की जाए तो यहां पर लाखों की संख्या में स्टूडेंट्स अपना भविष्य संवारने आते हैं। लेकिन बीते कुछ सालों से जिस तरह से स्टूडेंट्स आत्महत्या कर रहे हैं। उसके कई कारण निकलकर सामने आ रहे हैं। अधिकतर छात्रों के सुसाइड के पीछे पढ़ाई को लेकर मानसिक तनाव सामने आया है। अगर इस साल की बात की जाए तो जनवरी से लेकर अब तक कुल 13 छात्रों ने सुसाइड किया है। जिसमें एक बीटेक का स्टूडेंट भी शामिल है।