सुभाष गर्ग पर किरोड़ी लाल ने लगाए थे रीट पेपर चोरी के आरोप, RLD अब NDA में शामिल
राजस्थान में बीजेपी नेता किरोड़ी लाल मीणा ने गहलोत सरकार में शामिल आरएलडी विधायक सुभाष गर्ग पर पेपर लीक की चोरी के आरोप लगाए थे। अब आरएलडी एनडीए का हिस्सा बन गई है। सीबीआई जांच की मांग का क्या होगा।
राजस्थान में रीट पेपर लीक मामले में गहलोत सरकार में मंत्री रहे आरएलडी विधायक सुभाष गर्ग पर बीजेपी नेता किरोड़ी लाल मीणा ने गंभीर आरोप लगाए थे। आरएलडी अब एनडीए का हिस्सा बन गई है। बड़ा सवाल यह है कि किरोड़ी लाल मीणा सुभाष गर्ग पर लगाए गए आरोपों पर कायम रहेंगे? क्या अब भी सीबीआई से जांच कराने की मांग करेंगे। हालांकि, सुभाष गर्ग अपने ऊपर लगाए गए आरोपों से इंकार करते रहे हैं। लेकिन किरोड़ी लाल ने गहलोत सरकार के दौरान बाकायदा प्रेस वार्ता कर उस समय के मंत्री सुभाष गर्ग पर पेपर लीक करने के गंभीर आरोप लगाए थे। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष डीपी जारौली और गहलोत सरकार के मंत्री सुभाष गर्ग के संबंधों पर कई सबूत दिए थे। मामला बढ़ने पर अशोक गहलोत ने डीपी जारौली को पद से हटा दिया था। लेकिन अब हालत बदल गए है। राजस्थान से आरएलडी के एकमात्र विधायक सुभाष गर्ग एनडीए का हिस्सा बन गए है। देखने वाली बात यह होगी कि अब कृषि मंत्री बन चुके डॉक्टर किरोड़ीलाल मीना का क्या रुख रहेगा। जब वही सुभाष गर्ग उनके साथ यानी सत्ता पक्ष में बैठेगा जिस पर उन्होंने बेहद गंभीर आरोप लगाये थे।
जयंत चौधरी से मिलने की खबर
सोशल मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार राजस्थान के भरतपुर से RLD विधायक और कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे सुभाष गर्ग ने RLD अध्यक्ष जयंत चौधरी से मुलाकात की है। सुभाष गर्ग ने RLD के एनडीए में शामिल होने के फैसले का स्वागत किया और उनके साथ बने रहने की बात कही है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर सुभाष गर्ग का ऐसा कोई बयान नहीं आया है। लेकिन मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार सुभाष गर्ग ने स्वागत किया है। बता दें हाल ही एनडीए में शामिल होने पर जयंत चौधरी ने कहा था कि सभी विधायकों की राय से शामिल हुए है। मतलब सुभाष गर्ग की राय भी शामिल है। विधानसभा चुनाव में आरएलडी और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था। सुभाष गर्ग भरतपुर शहर से दूसरी बार विधायक बने है।
गहलोत पर लगाया था गर्ग को बचाने का आरोप
किरोड़ी लाल के मुताबिक- सुभाष गर्ग के कहने से ही पेपर चुराने वाले दोनों निजी व्यक्तियों को परीक्षा कार्य में लगवाया था। गर्ग के कहने पर ही तत्कालीन जयपुर कलक्टर अन्तर सिंह नेहरा पेपर ट्रेजरी के स्थान पर शिक्षा संकुल में रखवाये थे। SOG ने कभी नेहरा से इस सम्बंध में कोई पूछताछ तक नहीं की है और नेहरा विधानसभा चुनाव से पहले ही बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। सुभाष गर्ग के खास तकनीकी यूनिवर्सिटी के वीसी इंजीनियर कॉलेज के संचालक से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा था। इस मामले में भी गर्ग पर उंगली उठी थीं, लेकिन तत्कालीन सीएम अशोक गहलोत के कारण बच गया था।