कन्हैयालाल हत्याकांड: चश्मदीद राजकुमार शर्मा का सात घंटे चला ऑपरेशन, 48 घंटे ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा, डॉक्टरों की टीम रख रही है नजर
राजकुमार शर्मा के ब्रेन का ऑपरेशन सात घंटे बाद पूरा हुआ। उदयपुर के सबसे बड़े एमबी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई में जयपुर से आई डॉक्टरों के साथ स्थानीय डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन किया।
कन्हैयालाल हत्याकांड के चश्मदीद गवाह राजकुमार शर्मा के ब्रेन का ऑपरेशन सात घंटे बाद पूरा हुआ। उदयपुर के सबसे बड़े एमबी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई में जयपुर से आई डॉक्टरों के साथ स्थानीय डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन किया। अगले 48 घंटे तक उन्हें ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा। डॉक्टरों की टीम उनके स्वास्थ्य की लगातार निगरानी रखे हुए हुए हैं। सोमवार शाम 5:40 बजे राजकुमार शर्मा को ऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया गया था, रात 12:45 बजे डॉक्टर बाहर आए। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सफल हो गया, लेकिन खतरा टला नहीं है। अभी 48 घंटे तक उन्हें ऑब्जर्वेशन में ही रखा जाएगा।
कन्हैयालाल की जघन्य हत्या के वक्त उनकी दुकान में मौजूद सहयोगी राजकुमार शर्मा घटना के बाद से ही सदमे और तनाव को झेल रहे थे। उन्हें किसी तरह की सरकारी मदद भी नहीं मिल पाई थी। इसी तनाव के कारण शनिवार को ब्लड प्रेशर बढ़ने पर ब्रेन हेमरेज हो गया था। सोमवार को अचानक तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री तक खबर पहुंची तो हंगामा मच गया। प्रभारी मंत्री रामलाल जाट समेत कई लोग अस्पताल पहुंचे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने फोन पर राजकुमार शर्मा की तबीयत के बारे में पूछताछ की और जयपुर एसएमएस से डॉक्टरों की एक्सपर्ट टीम को ग्रीन कोरिडोर बनाकर उदयपुर भेजा गया। शाम को डॉक्टरों की टीम जैसे ही उदयपुर पहुंची, चश्मदीद राजकुमार शर्मा को ऑपरेशन थिएटर में ले लिया गया। रात 12:45 बजे तक आॅपरेशन चला। थिएटर से बाहर आए डॉक्टरों ने परिजनों को बताया कि ऑपरेशन सफल हुआ है। ब्लड प्रेशर पर नजर रखनी होगी। जूनियर डॉक्टरों की टीम निगरानी रख रही है। अगले 48 घंटे क्रिटिकल हैं। इसके बाद सही स्थिति का पता चल पाएगा।
तमाम अधिकारी रहे मौजूद
ऑपरेशन शुरू होने के बाद से उदयपुर के कमिश्नर राजेंद्र भट्ट, कलेक्टर ताराचंद मीणा, एसपी विकास शर्मा, एडीएम ओपी बुनकर, अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरएल सुमन, आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. लाखन पोसवाल समेत तमाम अिधकारी रात एक बजे तक अस्पताल में ही मौजूद रहे।
मीडिया वालों की नो एंट्री
पुलिस व प्रशासन ने अस्पताल में मीडिया वालों को बाहर ही रोक दिया गया। परिजनों को भी मीडिया वालों को किसी तरह का बयान नहीं देने के लिए पाबंद किया गया। इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
राजकुमार की पत्नी का बयान: घटना के बाद से ही तनाव और सदमे में
जिंदगी के लिए अस्पताल में जंग लड़ रहे राजकुमार शर्मा की पत्नी पुष्पा ने कहा कि कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद से ही उसके पति सदमे में है। आर्थिक तंगी और बेटी की शादी के कारण वे तनाव में थे इसलिए उनकी तबीयत बिगड़ गई। प्रशासन की ओर से प्राइवेट नौकरी लगवाई गई थी, लेकिन वेतन बहुत ही कम मिल रहा हथा। परिवार पर क्या बीती वो सिर्फ हम ही समझ सकते हैं। प्रशासन की ओर से सुरक्षा तो मिली हुई है, लेकिन उससे पेट नहीं भरता है।
आपको बता दें कि शनिवार को राजकुमार शर्मा को ब्रेन हेमरेज हुआ था। इलाज चल रहा था, लेकिन सोमवार को तबीयत ज्यादा बिगड़ने के कारण उदयपुर से लेकर जयपुर तक हड़कंप मच गया। ब्रेन स्ट्राक से 75 प्रतिशत ब्रेन डेमेज हो चुका था। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुद मॉनिटरिंग की और डॉक्टरों की टीम का तत्काल उदयपुर के लिए रवाना किया।
गौरतलब है कि इसी साल 28 जून को मुस्लिम कट्टरपंथी रियाज मोहम्मद अत्तारी व मोहम्मद गौस ने टेलर कन्हैयालाल की जघन्य हत्या कर दी थी। भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपूर शर्मा द्वारा पैगंबर पर की गई टिप्पणी का समर्थन करने के विरोध में कन्हैयालाल की हत्या की गई थी। इस मामले की जांच कर रही एनआईए ने अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया है जो न्यायिक अभिरक्षा में है। राजकुमार शर्मा भी इस मामले में चश्मदीद गवाह है।