जैसलमेर में सेना दिवस पर रचा इतिहास, पाकिस्तान बॉर्डर पर लहराया 225 फीट लंबा तिरंगा
गलवान घाटी में चीन के साथ भारतीय फौज की भिड़ंत के बाद सेना ने बॉर्डर पर विशाल भारतीय ध्वज लहरा कर दुश्मन देश को कड़ा संदेश दिया था। इसबीच शनिवार को सेना दिवस के मौके पर पाकिस्तान बॉर्डर के पास...
गलवान घाटी में चीन के साथ भारतीय फौज की भिड़ंत के बाद सेना ने बॉर्डर पर विशाल भारतीय ध्वज लहरा कर दुश्मन देश को कड़ा संदेश दिया था। इसबीच शनिवार को सेना दिवस के मौके पर पाकिस्तान बॉर्डर के पास जैसलमेर में भारतीय सेना ने 225 फीट लंबा राष्ट्रीय ध्वज लगाकर एक बार फिर इतिहास रच दिया। जैसलमेर के मिलिट्री स्टेशन की ऊंची पहाड़ी पर 225 फीट लंबा राष्ट्रीय ध्वज देश की आन-बान का प्रतीक बनकर लहरा रहा है।
दरअसल गलवान घाटी में चीन के साथ भारतीय फौज की झड़प के बाद इंडियन आर्मी ने चीन बॉर्डर पर विशाल भारतीय ध्वज लगाकर उसे कड़ा संदेश दिया था। शनिवार को सेना दिवस के मौके पर पाकिस्तान बॉर्डर के पास जैसलमेर मिलिट्री स्टेशन के पहाड़ों पर 225 फीट लंबा राष्ट्रीय ध्वज लगाकर सेना के इतिहास में एक और अध्याय जोड़ दिया है। भारतीय सेना की बैटल एक्स डिवीजन के जीओसी मेजर जनरल योगेंद्र सिंह मान ने 225 फीट विशाल तिरंगे का उद्घाटन कर थार नगरी सहित राजस्थान का गौरव और बढ़ा दिया है।
बैंडबाजों के साथ राष्ट्रीय धुन पर समारोह की शुरुआत
जैसलमेर शहर के आगे मिलिट्री स्टेशन के ऊपर पहाड़ों पर 225 फीट लंबा 150 फीट चौड़ा राष्ट्रीय तिरंगा आज जैसलमेर की शान बढ़ा रहा है। जैसलमेर मिलिट्री स्टेशन में राष्ट्रीय गानों की धुन से शुरुआत हुए समारोह में बैटल एक्स डिवीजन के जीओसी व वायुसेना के अधिकारियों ने विशाल राष्ट्रीय तिरंगे का उद्घाटन कर सेना दिवस के कार्यक्रम की शुरुआत की।
खादी से बना विशाल राष्ट्रीय ध्वज जैसलमेर की शान
जैसलमेर की मिलिट्री स्टेशन पर लगाए गए 225 फीट राष्ट्रीय तिरंगा का निर्माण खादी ग्रामोद्योग द्वारा तैयार किया गया है। जैसलमेर वैसे तो बॉर्डर इलाका है और दूर-दूर तक यहां कुछ नजर नहीं आता लेकिन शनिवार को सेना दिवस के मौके पर विशाल राष्ट्रीय ध्वज जैसलमेर की पहचान को दुनिया भर में और मशहूर कर देगा। साथ ही देश के हर नागरिक को जैसलमेर से आई इन तस्वीरों को देख गर्व महसूस होगा।