चुनाव से पहले राजस्थान में क्यों कन्हैयालाल पर घमासान, शाह ने गहलोत में छिड़ गई रार
राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले कन्हैयालाल हत्याकांड के मुद्दे पर सियासत तेज है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को उदयपुर में दावा किया कि गहलोत सरकार कन्हैयालाल के हत्यारों को बचा रही।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले कन्हैयालाल हत्याकांड के मुद्दे पर सियासत तेज हो गई है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से हत्यारों को जल्द सजा देने की मांग किए जाने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को उन्हें जवाब दिया। उदयपुर में शाह ने दावा किया कि गहलोत सरकार कन्हैयालाल के हत्यारों को बचा रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राजस्थान पुलिस हत्यारों को पकड़ना नहीं चाहती थी। वहीं, गहलोत ने आरोपों को नकारते हुए दावा किया है कि पुलिस ने ही दोनों हत्यारों को पकड़ा था।
मोदी सरकार के 9 साल पूरा होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में शाह ने गहलोत सरकार पर जमकर प्रहार किए। उन्होंने कहा, 'कन्हैया लाल को सुरक्षा इन्होंने नहीं दी, जब तक वो मर गए तब तक आपकी पुलिस चुप रही। आप तो आरोपियों को पकड़ना भी नहीं चाहते थे... NIA ने पकड़ा। राजस्थान सरकार स्पेशल कोर्ट नहीं बनाती है, वरना तो अभी तक कन्हैया लाल के दोषियों को फांसी पर लटका चुके होते। इनको शर्म आनी चाहिए, ये वोटबैंक की राजनीति करते हैं।'
शाह के दावे के तुरंत बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से भी जवाब आ गया। उन्होंने दावा किया कि आरोपियों को एनआईए ने नहीं बल्कि पुलिस ने ही पकड़ा था। गहलोत ने ट्वीट किया, 'यह उम्मीद की जाती है कि जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग आतंकवाद जैसे गंभीर मुद्दे पर राजनीति नहीं करेंगे, परंतु आज उदयपुर में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जो किया वह एक गैर जिम्मेदाराना कार्य है। अमित शाह द्वारा उदयपुर में झूठ बोला गया कि कन्हैयालाल के हत्यारों रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद को NIA ने पकड़ा जबकि सत्य यह है कि इन्हें घटना के महज चार घंटों में राजस्थान पुलिस पकड़ लिया था। यह दुखद घटना 28 जून 2022 को हुई थी जबकि NIA को इस केस की फाइल 2 जुलाई 2022 को ट्रांसफर हुई।' गहलोत ने आगे लिखा, 'अमित शाह को संभवत: जानकारी में होगा कि ये दोनों हत्यारे भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता थे। उन्हें ये जांच करवानी चाहिए कि इन दोनों के मददगार कौन भाजपा नेता थे जो इनके लिए पुलिस थानों में फोन करते थे। एक ओपन एंड शट केस में चार्जशीट फाइल होने में भी इतना अधिक समय क्यों लगा और इन्हें अब तक सजा क्यों नहीं हुई?'
दो दिन पहले ही राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से अपील की थी कि कन्हैयालाल के हत्यारों को जल्द सजा दी जाए। बुधवार को गहलोत ने कहा कि यह बहुत सीधा केस है, जिसमें साफ सबूत मौजूद हैं। कन्हैयालाल हत्याकांड की पहली बरसी पर गहलोत ने कहा, 'ऐसे केस में एक साल बाद भी आरोपियों को सजा ना होना दुखद है।' आरोपियों को जल्द सजा दिए जाने की अपील करते हुए गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार ने केसों का जल्दी निपटारा करते हुए रेप करने वालों को एक महीने के भीतर फांसी की सजा दिलवाई है।
गौरतलब है कि उदयपुर में टेलर का काम करने वाले कन्हैयालाल की पिछले साल 28 जून को गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। पैगंबर मोहम्मद साहब को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाली नूपुर शर्मा के समर्थन में एक सोशल मीडिया पोस्ट की वजह से कन्हैया की क्रूरता से हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड को आरोपियों ने कैमरे में भी कैद किया था।