गजेंद्र सिंह शेखावत ने लगाई जीत की हैट्रिक, पिछली बार से कम मिले वोट
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने लोकसभा चुनावों में जीत की हैट्रिक लगा दी है। जोधपुर लोकसभा सीट से शेखावत ने कांग्रेस प्रत्याशी करण सिंह को 1.14 लाख वोटों से मात दी है।
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने लोकसभा चुनावों में जीत की हैट्रिक लगा दी है। जोधपुर लोकसभा सीट से शेखावत ने कांग्रेस के करण सिंह उचियारदा को 1.14 लाख वोटों से मात दी है। हालांकि, पिछले लोकसभा चुनावों में उनके जीत का अंतर इस बार सबसे कम रहा। 2014 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की चंद्रेश कुमारी को 4 लाख से ज्यादा वोटों से हराया था। 2019 के लोकसभा चुनावों में शेखावत ने पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को 2.74 लाख वोटों से हराया था।
पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों में जोधपुर लोकसभा सीट की 8 विधानसभा सीटों में से 7 पर जीत मिली थी। इसमें से कांग्रेस ने सरदारपुरा की एकमात्र लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की थी। यहां से तत्कालीन सीएम अशोक गहलोत ने जीत दर्ज की थी।
इन चुनावों में जोधपुर लोकसभा सीट पर गजेंद्र सिंह शेखावत की जीत के अंतर में कमी आई है। इसको लेकर राजनीति पर्यवेक्षक दिनेश रामावत ने शेखावत की जीत में वोटों के अंतर की कमी के लिए कई कारणों को जिम्मेदारी माना है। उनका मानना है कि इस चुनाव में पिछले चुनाव के मुकाबले कम वोटिंग हुई थी, जिसकी वजह से शेखावत की जीत का अंतर कम हुआ। रामावत का कहना है कि परिसीमनस के बाद से जोधपुर लोकसभा सीट राजपूत बाहुल्य सीट बन गई। यहां से कांग्रेस ने इस बार जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखते हुए प्रत्याशी दिया, जिसकी वजह से शेखावत की जीत का अंतर कम हुआ। रामावत का कहना है कि दोनों प्रत्याशियों के राजपूत समाज से होने के कारण राजपूत वोट बट गए और शेखावत की जीत का अंतर काफी कम हो गया।
बता दें कि राजस्थान की जोधपुर लोकसभा सीट पर भले ही भाजपा की जीत हुई हो, लेकिन प्रदेश में बीजेपी को एक बड़ा झटका लगता हुआ दिखाई दे रहा है। पिछले दो चुनावों में क्लीन स्वीप करने वाले एनडीए को इस बार राजस्थान में 11 सीटों का नुकसान होता हुआ दिखाई दे रहा है।