कन्हैया मर्डर केस का चश्मदीद गवाह महीनों से बीमार, ब्रेन हेमरेज के बाद राजकुमार के परिवार का कैसा है हाल?
राजकुमार की पत्नी पुष्पा ने बताया कि राजकुमार को अक्टूबर में ब्रेन हेमरेज हुआ। उनका आधा शरीर लकवाग्रस्त हो गया है। हम लोग उन्हें कभी अकेला नहीं छोड़ते हैं। अकेले रहने पर वो रोना शुरू कर देते हैं।
राजस्थान के उदयपुर में छह महीने पहले दो हत्यारों ने कन्हैया लाल की उनकी दुकान में हत्या कर दी थी। कन्हैया दर्जी थे। इस निर्मम हत्याकांड का एकलौता चश्मदीद गवाह राजकुमार शर्मा वहीं मौजूद था। राजकुमार कन्हैया की दुकान पर काम किया करता था। इस हत्या के बाद राजकुमार की तबीयत काफी बिगड़ने लगी है। ब्रेन हेमरेज के चलते राजकुमार दिनोंदिन बीमार पड़ता जा रहा है। राजकुमार के परिवार का दावा है कि 28 जून, 2022 को जब कन्हैया को बेरहमी से मोहम्मद रियाज अख्तारी और गोश मोहम्मद ने मारा था तब राजकुमार इस सदमें को बर्दाश्त नहीं कर पाया। सदमे के चलते ही उसे ब्रेन हेमरेज हो गया।
सदमे से हुआ ब्रेन हेमरेज
राजकुमार के परिवार ने बताया कि राजकुमार जब भी सोने की कोशिश करते हैं तब उन्हें बुरे-बुरे सपने आते हैं। कन्हैया के हत्या से वो सदमे में हैं। परिवार का ये दावा है कि इसी सदमे की वजह से उन्हें ब्रेन हेमरेज हुआ। डॉक्टरों का कहना है कि लगातार मानसिक तनाव से गुजरने के कारण राजकुमार की स्थिति खराब हो रही है।
कभी उन्हें अकेला नहीं छोड़ते
राजकुमार की पत्नी पुष्पा शर्मा (47) ने बताया कि राजकुमार को अक्टूबर में ब्रेन हेमरेज हुआ। उनका आधा शरीर लकवाग्रस्त हो गया है। हम लोग उन्हें कभी अकेला नहीं छोड़ते हैं। अकेले रहने पर वो रोना शुरू कर देते हैं। उस हादसे को लेकर वो सदमे में है। वो बुरी तरह से परेशान रहते हैं। बता दें कि राजकुमार और उनकी पत्नी उदयपुर के दो कमरे के अपने मकान में रहते हैं। वहां चौबीसों घंटे पुलिस की सुरक्षा तैनात की गई है।
NIA ने बनाया मुख्य गवाह
कन्हैया मर्डर केस में राजकुमार शर्मा चश्मदीद गवाह हैं। राजकुमार ने कन्हैया की दुकान में दोनों हत्यारों को घुसते देखा था। राजकुमार ने मोहम्मद रियाज अख्तारी और गोश मोहम्मद को कन्हैया का गला काटते हुए देखा था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी के आरोप-पत्र में राजकुमार को मुख्य गवाह बनाया गया है। NIA के मुताबिक, इस हत्याकांड में पाकिस्तान के इस्लामी कट्टरपंथी समूहों का हाथ है।
रिश्तेदारों ने फोन उठाना बंद कर दिया है
राजस्थान सरकार ने राजकुमार को 5 लाख रुपए मुआवजा दिया था। वहीं कन्हैया लाल के बेटे ने क्राउड फंडिंग से मिले एक लाख रुपए भी राजकुमार को दिए थे। राजकुमार की पत्नी पुष्पा ने बताया कि ये सारे पैसे उधार चुकाने में और बेटी की शादी कराने में खर्च हो गए। पुष्पा ने बताया, परिवार में पैसा कमाने वाले केवल राजकुमार ही थे। ये पिछले तीन महीनों से बीमार हैं। जब वो दुकान में काम करते थे तब 50 हजार महीने के आसपास कमाते थे। अब तो रिश्तेदार भी फोन नहीं उठा रहे हैं। पुष्पा ने बताया कि अब उनका बेटा 12 हजार रुपए हर महीने कमा रहा है। वही अब परिवार का एकमात्र आय का स्रोत है।
परिवार कर्ज में डूबा
राजकुमार ने बताया कि अक्टूबर में मुझे दूसरी नौकरी मिल गई थी। नौकरी के चौथे दिन मेरे हाथ-पैर जाम हो गए। मुझे हॉस्पिटल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि मुझे ब्रेन हेमरेज हुआ है। एक महीने तक मैं हॉस्पिटल में एडमिट था। राजकुमार की पत्नी ने बताया कि इसके बाद उनका परिवार कर्ज में डूब गया। दवाओं की कीमत बहुत अधिक थी।
क्या हुआ था उस दिन?
राजकुमार से जब रिपोर्टर ने कन्हैया मर्डर केस के बारे में पूछा तब वो रोने लगे। राजकुमार ने बताया कि उस दिन दोपहर के करीब तीन बज रहे थे। दो लोग दुकान पर आए और कपड़ों के बारे में पूछने लगे। मैंने उनसे कहा कि मास्टर साहब (कन्हैया) से बात कर लीजिए। कन्हैया ने उन दोनों को बताया कि कपड़ा तैयार होने में दो-तीन दिन लग जाएगा। इसके बाद कन्हैया ने उनका नाप लेना शुरू किया। मैं और ईश्वर गौर ( दुकान में काम करने वाला दूसरा दर्जी) वापस से अपने काम में जुट गए। उसके बाद हमने चिल्लाने की आवाज सुनी। मैंने देखा कि वो कन्हैया को मार रहे थे। उन्होंने ईश्वर पर भी हमला किया। मैं बच गया क्योंकि मैं दुकान की शटर के पीछे छिप गया था। इतना कहते ही राजकुमार कांपने लगे। वो बोले- मैं जब भी आंखें बंद करता हूं तब मुझे वो सब याद आ जाता है...और राजकुमार ये बता कर रोने लगते हैं।
राजकुमार का इलाज कर रहे एमबी अस्पताल के डॉक्टर गौरव जायसवाल ने बताया कि लगातार तनाव लेने के चलते राजकुमार को ब्रेन हेमरेज हुआ। उनके दिमाग के दाईं ओर खून का थक्का जम गया था। उनका एक ऑपरेशन हो चुका है। दूसरा ऑपरेशन 17 जनवरी को होगा।
उदयपुर के कलेक्टर ताराचंद मीणा ने कहा कि डॉक्टरों की एक विशेष टीम राजकुमार का इलाज कर रही है। इलाज के सारे खर्च प्रशासन द्वारा वहन किया गया। उनके परिवार की हर संभव मदद की जाएगी। उदयपुर के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि राजकुमार इस हत्याकांड के चश्मदीद गवाह हैं। हम यह सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं कि वह जल्द से जल्द ठीक हो जाएं।