Eid al-Adha In Udaipur: सिर्फ चुनिंदा कसाई, नहीं लगी बकरा मंडी; कन्हैया की हत्या के बाद उदयपुर में बकरीद पर ऐसा रहा माहौल..
उदयपुर में लोगों ने पूरी शांति और धार्मिक रीति रिवाज के मुताबिक ईद उल जुहा के पर्व को मनाया। सुबह 6:30 बजे से 9 बजे के बीच शहर के सभी मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की गई। इसके बाद मुबारकबाद का दौर चला
Eid al-Adha In Udaipur: उदयपुर में कन्हैयालाल जघन्य हत्याकांड के बाद शहर में जगन्नाथ यात्रा शांतिपूर्ण निकाली गई और अब रविवार को ईद उल-जुहा का पर्व भी परंपरा के अनुसार पूरी शांति के साथ संपन्न हुआ। सोशल मीडिया पर नफरती मैसेजों को ध्यान में रखते हुए पुलिस और प्रशासन ने ईद के मौके पर भी पुख्ता इंतजाम किए थे।
लोगों ने ईद की नमाज और कुर्बानी की रस्में अदा की। खास बात यह रही कि अब भी कुछ लोगों के जेहन में 28 जून को कन्हैयालाल की हत्या की कहानी है। कुछ लोग इस पर अब भी चर्चा कर रहे हैं तो कुछ चेहरों पर अब भी तनाव के पढ़ा जा सकता है।
बहरहाल उदयपुर में लोगों ने पूरी शांति और धार्मिक रीति रिवाज के मुताबिक ईद उल जुहा के पर्व को मनाया। सुबह 6:30 बजे से 9 बजे के बीच शहर के सभी मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की गई। इसके बाद मुबारकबाद का दौर चला और घर जाकर कुर्बानी की रस्म अदा की गई। इस दौरान सभी मस्जिदों के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस का जाब्ता तैनात किया गया था।
इस बार नहीं लगी बकरा मंडी :
इस माहौल का असर यह रहा है कि इस बार शहर में कहीं भी बकरा मंडी नहीं लगी। यही वजह है कि हर साल के मुकाबले घरों पर कुर्बानी कम की गई। उदयपुर में बाहर से बकरे लाकर बेचने वाले भी कम ही आए। घरों पर कुर्बानी करने वाले कसाई भी चुनिंदा ही आए।
मुख्य आरोपी रियाज और गौस के मोहल्ले में कैसी रही ईद :
इस हत्याकांड के कारण रियाज और गौस के मोहल्ले में ईद की खुशियां कम दिखाई दी। लोगों का कहना है कि इस हत्याकांड ने जो माहौल पैदा किया है, उससे उबरने में थोड़ा वक्त लगेगा। इन आरोपियों के घरों के बाहर लोग कैमरे के सामने नहीं आए, लेकिन उनका कहना था कि अगर उन लोगों ने थोड़ा भी अपना परिवार के बारे में सोचा होता तो वो भी आज यहां हम सबके बीच ईद मना रहे होते। अब तो उन्हें उनके कृत्य की सजा मिलनी चाहिए। इसका खामियाजा सभी लोगों को भुगतना पड़ रहा है।