रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में अटल सागर में गिरा शावक, 'एंग्री क्वीन' बाघिन सुल्ताना के बच्चे को खा गया मगरमच्छ
सवाईमाधोपुर के रणथंभौर बाघ अभयारण्य क्षेत्र में बुधवार देर रात सड़क दुर्घटना में एक तेंदुआ शावक की मृत्यु के बाद गुरुवार को बाघिन टी-107 सुल्ताना के एक शावक की भी मौत हो गई है।
राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले में विश्वविख्यात रणथंभौर बाघ अभयारण्य क्षेत्र में बुधवार देर रात सड़क दुर्घटना में एक तेंदुआ शावक की मृत्यु के बाद गुरुवार को बाघिन टी-107 सुल्ताना के एक शावक की भी मौत हो जाने की खबर आई है।
अभयारण्य आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गुरुवार शाम को बाघिन टी-107 का मूवमेंट मिश्र दर्रा के गुफा में था। गुफा में से एक होल अटल सागर की तरफ जाता है। शाम करीब छह बजे इस होल से बाघिन टी-107 सुल्ताना का एक शावक करीब 15 फुट की ऊंचाई से अटल सागर में गिर गया। जिसके बाद शावक का कोई पता नहीं लग सका है। वनकर्मियों ने शावक के गिरने से पहले यहां पर मगरमच्छ देखा था। इससे यह संभावना जताई जा रही है कि अटल सागर में गिरने के बाद बाघिन टी-107 सुल्ताना का शावक मगरमच्छ का आहार बन गया। इस दौरान एंग्री क्वीन के नाम से मशहूर बाघिन काफी देर तक अटल सागर के आस पास दिखाई दी थी।
24 घंटे में दो शावकों की मौत
फिलहाल वन विभाग की ओर से बाघिन एवं उसके दूसरे शावक की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। बताया गया है कि बाघिन दो दिन पहले ही अपने शावकों को शिफ्ट करती दिखाई दी थी। रणथंभौर बाघ अभयारण्य में पिछले 24 घण्टों में दो शावकों की दर्दनाक मौत के बाद भरतपुर सम्भाग में वन्यजीव प्रेमियों में मायूसी छा गई।
दहाड़ मारकर रोने लगी थी मादा तेंदुआ
बता दें कि सवाईमाधोपुर के खंडार रोड पर सड़क पार कर रहे तेंदुए के एक शावक की किसी तेज गति वाहन की चपेट में आकर मौत हो गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार रणथंभौर रोड पर भौम्या जी टेक के पास सड़क को पार करते समय वाहन की चपेट में आकर मरे अपने शावक के शव को बाद में मादा तेंदुआ मुंह में दबाकर वन विभाग की सुरक्षा दीवार के पास लेकर गई। उसने शावक के शव के चारों तरफ घूमकर उसे सूंघा मानो उसे जगाने की कोशिश कर रही हो। इसके बाद दीवार पर जाकर बैठ गई और अपने शावक की मौत के गम में तेज दहाड़ लगाकर रोने लगी।