गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा मेवात, पुलिस ने रोका तो गौतस्करों ने की फायरिंग; कासिम मेव की तलाश तेज
राजस्थान के डीग जिले में पड़ने वाले मेवात क्षेत्र में गुरुवार को एक बार फिर गौतस्करों ने बड़ी हिमाकत की। राजस्थान पुलिस ने जब उन्हें रोककर गायों को छुड़ाने की कोशिश की तो तस्करों ने गोलीबारी कर दी।
राजस्थान के डीग जिले में पड़ने वाले मेवात क्षेत्र में गुरुवार को एक बार फिर गौतस्करों ने बड़ी हिमाकत की। राजस्थान पुलिस ने जब उन्हें रोककर गायों को छुड़ाने की कोशिश की तो तस्करों ने गोलीबारी शुरू कर दी और फरार हो गए। घटना पहाड़ी पुलिस थाने के तहत आने वाले गांव कंवारी में सुबह हुई। करीब 5 तस्कर मिनी ट्रक में गायों को लेकर यहां से गुजर रहे थे और पुलिस ने उन्हें घेरने की कोशिश की थी।
गुप्त जानकारी मिलने के बाद पहाड़ी थाने की पुलिस वहां पहुंची थी। लेकिन पुलिस को देखते ही तस्करों ने फायरिंग शुरू कर दी। वे गोलियां बरसाते हुए खेतों और पहाड़ियों के बीच से भाग गए। सर्किल ऑफिसर गिरराज प्रसाद मीणा की अगुआई में पुलिस ने गांव में और नजदीकी जंगल में छापेमारी की, लेकिन तस्कर भागने में कामयाब रहे।
डीग जिले का मेवात क्षेत्र गौतस्करी के लिए कुख्यात रहा है। यहां पुलिस ने तस्करी पर रोक लगाने के लिए 2014 में 5 पुलिस आउटपोस्ट का निर्माण किया था। गौतस्कर गायों को यहां से पड़ोसी राज्य हरियाणा में ले जाते हैं। इससे पहले दौसा में 16 सितंबर को पुलिस और तस्करों के बीच एनकाउंटर हुआ था। पुलिस ने तीन तस्करों को गिरफ्तार किया था।
फरार गौतस्करों की तलाश में पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। तस्करों का सरगना बताए जा रहे कंवारी गांव के रहने वाले काडा उर्फ कासिम मेव के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने 5 तस्करों के खिलाफ केस दर्ज किया है और आरोपियों की गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है। सर्कल ऑफिसर गिरराज प्रसाद मीणा ने कहा कि सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है। मीणा ने बताया कि गायों को ले जा रहे तस्करों की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने छापेमारी की थी।