Hindi Newsराजस्थान न्यूज़RSMSSB made new rules to stop fraud in government jobs

3 बार परीक्षा में गैर हाजिर, तो डिबार होंगे अभ्यर्थी; RSMSSB ने बनाए ये 8 नियम

  • राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड फर्जीवाड़ा रोकने के लिए ऐक्शन की तैयारी में है। बोर्ड ने 8 नए नियम बनाए है। आवेदन करने के बाद भी लगातार 3 बार परीक्षा से गैर हाजिर रहने वाले अभ्यर्थी डिबार (वंचित) हो सकते हैं।

Prem Narayan Meena लाइव हिन्दुस्तानThu, 12 Sep 2024 10:49 AM
share Share

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड फर्जीवाड़ा रोकने के लिए ऐक्शन की तैयारी में है। बोर्ड ने 8 नए नियम बनाए है। आवेदन करने के बाद भी लगातार 3 बार परीक्षा से गैर हाजिर रहने वाले अभ्यर्थी डिबार (वंचित) होंगे। दस्तावेज सत्यापन में आधार ऑथेंटिकेशन लागू होगी। इसके साथ ही फोटो का भी मिलान किया जाएगा ताकि फर्जीवाड़ा रुके। हैंड राइटिंग का नमूना लेंगे। परीक्षा के दौरान लिए गए हैंड राइटिंग के नमूने से मिलान कराएंगे। अंतिम चयन के बाद फिर लेंगे नमूना। चयनितों के दस्तावेज, डिग्री और प्रमाण पत्रों का कलर स्कैन ही करना होगा। फॉर्म में जो भरा है वहीं जानकारी मान्य होगी। इसमें किसी भी तरह की गलती स्वीकार नहीं होगी। संशोधन के लिए केवल एक बार मौका मिलेगा।

खेल प्रमाण पत्रों की जांच पहले बोर्ड की कमेटी करेगी। इसके बाद प्रक्रिया प्रारंभ होगी. फर्जी होने पर सीधे एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। खेल प्रमाण पत्र के साथ दिव्यांग प्रमाण पत्र की भी मेडिकल बोर्ड से जांच बोर्ड कराएगा। अभी विभाग अपने स्तर पर कराते हैं। दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया में एसओजी का सहयोग लिया जाएगा। फिंगर प्रिंट इंप्रेशन चेक किया जाएगा. जरुरत पड़ी तो फेस मेपिंग भी कराई जा सकती है ताकि डमी पकड़ा जाए।

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज के अनुसार इसे लागू करना चयन बोर्ड की मजबूरी है। ऐसे में नए नियम मौजूदा महीने से शुरू होने वाली भर्ती प्रक्रिया में लागू कर दिए गए है। बोर्ड अध्यक्ष के अनुसार भर्तियों में अब चयन बोर्ड दस्तावेज सत्यापन से लेकर प्रमाण पत्रों की जांच के लिए किसी एंजेसी पर निर्भर ना होकर खुद जांच करेगा. इस कार्य में सरकार के निर्देश पर एसओजी की मदद भी ली जाएगी. नए नियम मौजूदा माह से शुरु होने वाली भर्ती प्रक्रिया लागू कर दिए गए हैं. पूर्व में अब तक दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया में कई खामियां पाई गई थी. इससे फर्जी डिग्री और प्रमाण-पत्र पकड़ में नहीं आ पाते थे.

अगला लेखऐप पर पढ़ें