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Hindi Newsराजस्थान न्यूज़Rajasthan will get relief from heavy rains for the next 5 days, know which places it may rain?

राजस्थान में अगले 5 दिन भारी बारिश से मिलेगी राहत, जानिए कहां-कहां गिर सकता है पानी?

  • मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार 13 सितंबर से राज्य में भारी बारिश की गतिविधियों में कमी होने तथा उत्तर-पूर्वी राजस्थान में बादल गरजने के साथ बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है।

Sourabh Jain लाइव हिन्दुस्तान, जयपुर, राजस्थानFri, 13 Sep 2024 09:33 AM
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राजस्थान के अनेक इलाकों में बीते चौबीस घंटे में भारी बारिश दर्ज की गई हालांकि मौसम विभाग के अनुसार राज्य के लोगों को अब इससे राहत मिलने की उम्मीद है। विभाग के मुताबिक राज्य में अगले 5 दिन तक भारी बारिश की संभावना नहीं। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक बीते 24 घंटों में पश्चिमी राजस्थान में कहीं-कहीं पर तथा पूर्वी राजस्थान में कुछ स्थानों पर बादल गरजने व बिजली गिरने के साथ मध्यम वर्षा दर्ज की गई। इस दौरान जयपुर, दौसा, सीकर, सवाईमाधोपुर, भरतपुर, कोटा, झालावाड़ तथा बारां जिले में कहीं-कहीं भारी वर्षा दर्ज की गई।

विभाग के अनुसार मित्रपुरा (सवाई माधोपुर) में 93 मिलीमीटर बारिश हुई। इसके अलावा जयपुर के विराटनगर में 83 मिमी., सीकर के पाटन में 78 मिमी., झालावाड़ में 76 मिमी., भरतपुर में 70 मिमी व कोटा के खतौली में 67 मिमी. बारिश हुई। राज्य में सर्वाधिक अधिकतम तापमान गंगानगर में 38.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

शुक्रवार को इन स्थानों पर बारिश की संभावना

उत्तर प्रदेश के ऊपर बना अवदाब (डिप्रेशन) आज कमजोर होकर सुस्पष्ट कम दबाव का क्षेत्र (WML) बन गया है। इसके अगले 12 घंटों में और कमजोर होकर लो प्रेशर बनने की संभावना है। अधिकांश भागों में भारी बारिश की गतिविधियों में शुक्रवार से ही राहत मिलने की संभावना है। आज (शुक्रवार को) अलवर, भरतपुर, दौसा, धौलपुर, जयपुर, झुंझुनू, करौली, सवाई माधोपुर, सीकर और कोटा में बादल गरजने के साथ हल्की मध्यम बारिश होने की संभावना है।

आगामी दिनों में बारिश की गतिविधियों में आएगी कमी

मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार 13 सितंबर से राज्य में भारी बारिश की गतिविधियों में कमी होने तथा उत्तर-पूर्वी राजस्थान में बादल गरजने के साथ बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है। इस दौरान पूर्वी राजस्थान में 14 से 17 सितंबर के दौरान छिटपुट स्थानों पर हल्की मध्यम बारिश होने की संभावना है। वहीं पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर, बीकानेर संभाग के अधिकांश भागों में आगामी 4-5 दिन मौसम मुख्यतः शुष्क रहने तथा केवल छुटपुट स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।

शुक्रवार सुबह तक हुई बारिश के आंकड़े

मित्रपुरा (सवाई माधोपुर) 9 सेमी, विराटनगर (जयपुर) 8 सेमी, असनावर (झालावाड़) 8 सेमी, भरतपुर तहसील (भरतपुर) 7 सेमी, शाहाबाद (बारा) 7 सेमी, बस्सी (जयपुर) 6 सेमी, जमवारामगढ़ (जयपुर) 5 सेमी, पीपल्दा (कोटा) 5 सेमी, सैपऊ (धौलपुर) 5 सेमी, बाड़ी (धौलपुर) 5 सेमी, पावटा (जयपुर) 5 सेमी, कुम्हेर (भरतपुर) 4 सेमी, ओसियां (जोधपुर) 4 सेमी, राजाखेड़ा (धौलपुर) 4 सेमी, कोटपुतली (जयपुर) 4 सेमी, मंडाना (कोटा) 4 सेमी, सपोटरा (करौली) 4 सेमी, रूपबास (भरतपुर) 3 सेमी, मांगरोल (बारा) 3 सेमी, खानपुर (झालावाड़) 3 सेमी, धौलपुर तहसील (धौलपुर) 3 सेमी, अकलेरा (झालावाड़) 3 सेमी, बसेड़ी (धौलपुर) 3 सेमी, टोडाभीम (करौली) 3 सेमी, खंडार (सवाई माधोपुर) 3 सेमी, नीमकाथाना (सीकर) 3 सेमी, मलेरैनाडूंगर (सवाई माधोपुर) 3 सेमी, माउंट आबू (सिरोही) 3 सेमी, कठूमर (अलवर) 3 सेमी, पिलानी (झुंझुनू) 3 सेमी, बानसूर (अलवर) 2 सेमी, मनोहर थाना (झालावाड़) 2 सेमी, थानागाजी (अलवर) 2 सेमी, बहरोड़ (अलवर) 2 सेमी, सवाईमाधोपुर तसील (सवाई माधोपुर) 2 सेमी, मांगलियावास (अजमेर) 2 सेमी, निमाराना (अलवर) 2 सेमी, सिकराय (दौसा) 2 सेमी तथा कुछ अन्य स्थानों पर 2 सेमी से कम बारिश रिकॉर्ड की गई।

सिनोप्टिक गतिविधियां इस प्रकार रहीं

मध्य उत्तर प्रदेश पर बना अवदाब पिछले 6 घंटों के दौरान उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ गया और 13 सितंबर को सुबह 8.30 बजे उसी क्षेत्र पर एक अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र में कमजोर हो गया। हालांकि, मध्य उत्तर प्रदेश पर सम्बद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। अगले 12 घंटों के दौरान इसके धीरे-धीरे कम दबाव वाले क्षेत्र में कमजोर होने की संभावना है।

औसत समुद्र तल पर मॉनसून की द्रोणिका अब फिरोजपुर, करनाल, मध्य उत्तर प्रदेश पर अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र के केंद्र, बाराबंकी, छपरा, पूर्णिया, उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण-पूर्वी बांग्लादेश तट पर निम्न दबाव क्षेत्र के केंद्र से होकर गुजरती है।

एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में देखा जा रहा है, जिसकी धुरी 32°N अक्षांश के उत्तर में देशांतर 62°E के साथ औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर है। पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में अपनी धुरी के साथ समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर अक्षांश 30 डिग्री उत्तर के उत्तर में देशांतर 72 डिग्री पूर्व के साथ पूर्व-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ गया।

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