राजस्थान में कब होगी बारिश? मौसम विभाग ने दिया बड़ा अपडेट; ओलावृष्टि का भी अलर्ट जारी
राजस्थान के मौसम को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। आईएमडी के अनुसार, रविवार को प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश के साथ ही ओलावृष्टि की भी संभावना है। आइए जानते हैं पूरे प्रदेश के मौसम का हाल।

राजस्थान में मई की शुरुआत ने लोगों को चौंका दिया है। आमतौर पर भीषण गर्मी के लिए पहचाने जाने वाले इस राज्य में शनिवार रात से लेकर रविवार सुबह तक अचानक मौसम ने करवट ली और कई जिलों में तेज बारिश के साथ ओले गिरने की घटनाएं सामने आईं। मौसम विभाग ने आज, 4 मई को पूरे राजस्थान में बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है।
जयपुर में बदला मौसम, तापमान में भारी गिरावट
राजधानी जयपुर में रविवार को सुबह से ही बादल छाए रहे। दोपहर तक हल्की बारिश शुरू हो गई और कई इलाकों में छोटे आकार के ओले भी गिरे। बीती रात तापमान में अचानक गिरावट दर्ज की गई और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो मई महीने के औसत तापमान से करीब 12 डिग्री कम है। यह गिरावट न सिर्फ सामान्य से काफी कम है, बल्कि बीते वर्षों में मई के पहले सप्ताह में इतना कम तापमान बहुत दुर्लभ माना जाता है।
अन्य जिलों में भी बरसे बादल और गिरे ओले
सीकर, झुंझुनूं, चुरू, अजमेर, कोटा और भीलवाड़ा समेत कई जिलों में तेज बारिश हुई है। हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर और अलवर में भारी ओलावृष्टि की खबरें हैं, जिससे फसलों को नुकसान की आशंका जताई जा रही है। कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे कुछ दिनों तक खेतों में न जाएं और बारिश रुकने के बाद ही फसल की स्थिति का जायजा लें।
गर्मी से मिली राहत, लेकिन चिंता भी
मई की शुरुआत में ही जब लू चलने लगती है और तापमान 40 डिग्री के पार चला जाता है, ऐसे में अचानक आई यह ठंडक आमजन के लिए राहत लेकर आई है। लोग जहां बिना कूलर और एसी के आराम महसूस कर रहे हैं, वहीं किसानों और व्यापारियों की चिंता बढ़ गई है। ओलावृष्टि से फल-सब्जियों की फसलें प्रभावित हो सकती हैं और मंडियों में आवक पर असर पड़ सकता है।
आगे कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 48 घंटों तक पूरे राजस्थान में बादल छाए रहने की संभावना है और कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 6 मई के बाद मौसम साफ होने की उम्मीद है और तापमान फिर से सामान्य स्तर पर लौट सकता है। इस अप्रत्याशित मौसम ने एक ओर जहां मई की तपती गर्मी से राहत दी है, वहीं दूसरी ओर ओलों और बारिश से किसानों को सतर्क रहने की जरूरत है।