कोटा में क्यों सुसाइड कर रहे स्टूडेंट, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बताया कारण
राजस्थान के कोटा में इस साल के पहले ही महीने में अब तक चार स्टूडेंट सुसाइड कर चुके हैं। इस संबंध में जब राज्य के शिक्षा मंत्री से सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसे प्रेम प्रसंग से जोड़ दिया। साथ ही उन्होंने माता-पिता से सावधान रहने और बच्चों पर पढ़ाई के लिए दबाव नहीं डालने का आग्रह किया।
राजस्थान के कोटा में इस साल के पहले ही महीने में अब तक चार स्टूडेंट सुसाइड कर चुके हैं। इस संबंध में जब राज्य के शिक्षा मंत्री से सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसे प्रेम प्रसंग से जोड़ दिया। साथ ही उन्होंने माता-पिता से सावधान रहने और बच्चों पर पढ़ाई के लिए दबाव नहीं डालने का आग्रह किया।
राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने शनिवार को कोटा के कोचिंग हब में छात्रों की आत्महत्या का कारण प्रेम प्रसंग बताया। दिलावर बूंदी में लाभार्थियों को भूमि स्वामित्व के लिए मालिकाना कार्ड जारी करने पहुंचे थे। उनके पास पंचायती राज विभाग भी है। वह कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे।
कोटा में छात्रों की आत्महत्या के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा कि वह अभिभावकों से आग्रह करना चाहते हैं कि उन्हें सतर्क रहने की जरूरत है। उन्हें अपने बच्चों पर पढ़ाई को लेकर दबाव नहीं बनाना चाहिए। मंत्री ने कहा कि कुछ मामलों में प्रेम संबंध होते हैं और छात्र उसके कारण आत्महत्या कर लेते हैं। उन्होंने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों की गतिविधियों और दिनचर्या पर ध्यान देने की जरूरत है। वे बच्चों को लेकर वास्तव में इतने सावधान नहीं हैं और जब नियंत्रण खो जाता है, तो छात्र गलत दिशा में भटक जाते हैं।
दिलावर ने कहा, “मैं ईमानदारी से आग्रह करना चाहूंगा कि माता-पिता को चौकस और सावधान रहने की जरूरत है। उन्हें अपने बच्चों पर दबाव नहीं डालना चाहिए।” उन्होंने कहा कि हर छात्र की अपनी रुचि होती है। जब उसे अपनी रुचि के विपरीत किसी क्षेत्र में लक्ष्य हासिल करने के लिए मजबूर किया जाता है तो वह अवसाद में डूब जाता है और असफल हो जाता है।
उन्होंने कहा कि कोचिंग संस्थानों की इसमें बहुत कम भूमिका हो सकती है। लेकिन, दोस्तों द्वारा रैंक को लेकर लगातार की जाने वाली टिप्पणियां भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस साल कोटा में चार छात्र आत्महत्या कर चुके हैं। 2024 में ऐसे 17 मामले सामने आए थे।