कोटा में 57 साल पहले किया था कत्ल, तब से था फरार, अब दिल्ली से गिरफ्तार
राजस्थान पुलिस ने 57 साल पहले कत्ल की वारदात के एक फरार आरोपी वर्षाें बाद अरेस्ट किया है। आरोपी दिल्ली में आराम की जिंदगी जी रहा था। आखिरकार पुलिस ने उसे ढूंढ निकाला...
राजस्थान के कोटा जिले के ग्रामीण क्षेत्र की सुकेत थाना पुलिस ने हत्या मामले में साल 1968 से फरार चल रहे एक आरोपी को दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके से गिरफ्तार किया है। आरोपी अपना नाम और पहचान छिपा कर दिल्ली में रह रहा था। पुलिस का कहना है कि ग्रामीण पुलिस अधीक्षक की ओर से आरोपी को पकड़ने के लिए 25 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया गया था।
ग्रामीण पुलिस अधीक्षक सुजीत शंकर ने बताया कि 11 मई 1968 में कुंभकोट निवासी फरियादी रामप्रताप ने थाने में एक रिपोर्ट दी थी। इसमें कहा गया था कि आरोपी प्रभूलाल ने फरियादी के भांजे भवाना के सिर पर पत्थरों से हमला कर उसकी हत्या कर दी थी। मामले में पुलिस ने हत्या में प्रकरण दर्ज किया था। आरोपी की तलाश की जा रही थी।
काफी तलाश पर भी आरोपी के बारे में कोई सुराग पुलिस को नहीं लग रहा था। इसके बाद रामगंजमंडी की अदालत ने साल 1971 में आरोपी को फरार घोषित कर दिया था। वारदात के बाद से ही आरोपी ने अपने गांव और सभी रिश्तेदारों से भी दूरियां बना ली थी ताकि पुलिस आरोपी तक नहीं पहुंच सके।
इस बीच उसने अपने गांव में भी आना-जाना छोड़ दिया था। वहीं खुफिया इनपुट पर पुलिस टीम का गठन कर आरोपी प्रभूलाल बैरवा को दिल्ली के मंगोलपुरी से खोज निकाला। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। इतने वर्षों तक आरोपी दिल्ली में आराम की जिंदगी जी रहा था। आरोपी भवन निर्माण की ठेकेदारी का काम करता था।