'कांग्रेस को गिरवी नहीं रखेंगे', हनुमान बेनीवाल पर क्यों भड़के गोविंद सिंह डोटासरा; गठबंधन में दरार
- राजस्थान में सात सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होने हैं। इन चुनावों को लेकर कांग्रेस और भाजपा ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। नागौर जिले की खींवसर विधानसभा सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो गया है। यहां इंडिया गठबंधन के साथी ही एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।
राजस्थान में सात सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होने हैं। इन चुनावों से पहले राजस्थान की सियासत का पारा चढ़ता जा रहा है। शनिवार को नागौर जिले के खींवसर में उपचुनाव प्रचार के दौरान राजस्थान के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने हनुमान बेनीवाल पर आरोप लगाए। आरोप लगाते हुए डोटासरा ने कहा कि उन्होंने उपचुनावों में कांग्रेस के साथ गठबंधन के मुद्दे पर दोहरा मापदंड अपनाया। डोटासरा ने बेनीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि वो इंडिया गठबंधन के सम्मानित सांसद हैं, लेकिन हम राजस्थान में कांग्रेस को गिरवी नहीं रखेंगे।
गठबंधन में दरार
डोटासरा ने कहा कि आप (बेनीवाल) खुद ही कहते हो कि मैं समझौता नहीं करूंगा। मेरा राजस्थान में समझौता नहीं है... और जब हमने (उपचुनाव के लिए) टिकट की घोषणा कर दी तो आपने कहा कि समझौता तोड़ दिया। बेनीवाल 2023 के विधानसभा चुनाव में नागौर जिले की खींवसर सीट से निर्वाचित हुए थे। उन्होंने इंडिया के घटक दल के रूप में नागौर से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीते। कांग्रेस ने खींवसर में उपचुनाव आरएलपी के साथ किसी भी गठबंधन के बिना लड़ने का फैसला किया और अपने उम्मीदवार रतन चौधरी को मैदान में उतारा। बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल आरएलपी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रही हैं।
डोटासरा ने कहा कि हनुमान बेनीवाल हमारे इंडिया के बहुत ही सम्मानित सांसद हैं, लेकिन राजस्थान में कांग्रेस को गिरवी नहीं रखेंगे। कांग्रेस का कार्यकर्ता जिंदा रहना चाहिए, कांग्रेस के कार्यकर्ता का सम्मान रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम गठबंधन को आज भी मानते हैं और पांच साल मानते रहेंगे। कांग्रेस संसद में उनके साथ खड़ी रहेगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस पंचायती राज और शहरी स्थानीय निकाय चुनावों में गठबंधन नहीं करेगी।
डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। हम बाहरी मदद नहीं लेते। आज भी जब इंडिया गठबंधन की बात आएगी तो कांग्रेस पार्टी हनुमान बेनीवाल के साथ लोकसभा में खड़ी रहेगी, लेकिन हम पार्टी कार्यकर्ताओं का अपमान नहीं होने देंगे और उनके सम्मान के लिए लड़ेंगे।
डोटासरा ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधते हुए कहा कि दस महीने पहले हुए चुनाव में भाजपा ने भ्रमित कर झूठ और फरेब फैलाकर प्रधानमंत्री के माध्यम से दुष्प्रचार करवा कर सरकार बनाई लेकिन अब तक के शासन में सत्तारूढ़ सरकार ने क्या दिया इस पर विचार करना होगा।
कांग्रेस नेता ने भाजपा पर अपने चुनावी वादों पर खरा नहीं उतरने का आरोप लगाया। डोटासरा ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा किए गए बड़े-बड़े वादों पर प्रदेश की जनता ने भाजपा को जनादेश यह सोच कर दिया था कि कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए जनकल्याण के कार्यों से और ज्यादा बेहतर काम होंगे। प्रधानमंत्री जी के इन्हीं वादों पर विश्वास करके भाजपा को जनादेश मिला लेकिन सत्ता में बैठने के बाद भाजपा ने केवल पर्ची खोलकर मुख्यमंत्री बना दिया।