राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बोलीं- आदिवासी समाज के लोग अपने बच्चों को पढ़ाएं
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मानगढ़ धाम (बांसवाड़ा) में आदि गौरव सम्मान समारोह में कहा- अगर मुझे छात्रवास की सुविधा नहीं मिलती तो मेरी पढ़ाई रुक सकती थी। आदिवासी समाज के लोग अपने बच्चों को पढ़ाएं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मानगढ़ धाम (बांसवाड़ा) में आदि गौरव सम्मान समारोह में कहा- अगर मुझे छात्रवास की सुविधा नहीं मिलती तो मेरी पढ़ाई रुक सकती थी। आदिवासी समाज के लोग अपने बच्चों को पढ़ाएं, उन्हें आगे बढ़ने के अवसर दें, कदम आगे बढ़ाएं। इससे पहले सिरोही जिले के आबूरोड स्थित ब्रह्माकुमारी संस्थान में शुक्रवार से शुरू हुए चार दिवसीय वैश्विक शिखर सम्मेलन का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुभारंभ किया। इस मौके पर सीएम भजनलाल शर्मा ने 5 करोड़-पुलिस चौकी की घोषणा की।
आध्यात्मिकता से स्वच्छ व स्वस्थ समाज विषय पर आयोजित इस शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आध्यात्मिकता शुद्ध कर्मों से मन को संवारने का रास्ता है। उन्होंने कहा कि आज इस ग्लोबल समिट में शामिल होकर उन्हें खुशी हो रही है। आत्मा स्वच्छ, स्वस्थ हो तो सब कुछ हो जाता है। मानसरोवर में शिव बाबा के रूम में मुझे कुछ समय बिताने का समय मिला। साथ ही राजयोगी ब्रह्मा कुमार भाई बहनों के साथ समय बिताने का समय मिला।
उन्होंने आगे कहा कि स्वच्छता सिर्फ बाहरी नहीं, हमारे विचारों में भी होनी चाहिए। परमात्मा विचित्र है और हम भी विचित्र है। परमात्मा स्वच्छ स्वरूप है और हम भी स्वच्छ स्वरूप है। धरती पर आकर आत्मा में दाग लग जाते हैं। सामाजिक, मानसिक, भावनात्मक सभी आपस में जुड़े हैं. इन सभी रूप में हमारा स्वस्थ होना जरूरी है। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत आजादी के 100 साल पूरे करने वाला है। 100 साल पूरे होने तक भारत विकसित राष्ट्र बनेगा। इसके अलावा उन्होंने लोगों से अधिक से अधिक पेड़ लगाने की अपील की।
इससे पहले सुबह 10 बजे राष्ट्रपति ने दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। इस दौरान समारोह में राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े, ब्रह्माकुमारी संस्थान के बीके जयंतीबेन, बीके मृत्युंजय भाई, बीके ब्रजमोहन भाई सहित बड़ी संख्या में देशभर से आए लोग मौजूद रहे। इस मौके पर राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी मौजूद थे।