राजस्थान के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बरसात, 5 जिलों के लिए बारिश का येलो अलर्ट
- मौसम विभाग ने शुक्रवार सुबह तक के लिए दौसा, जयपुर, सीकर, झुंझुनू, अजमेर जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है, इस दौरान इस स्थानों पर कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है।
राजस्थान में झमाझम बारिश से फिलहाल लोगों को राहत मिली है और राज्य में बारिश का दौर फिलहाल रुक गया है। बीते 24 घंटे में कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई, तो वहीं ज्यादातर स्थानों पर बेहद हल्की बरसात भी हुई। राज्य में सर्वाधिक अधिकतम तापमान फलौदी में 38.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार गुरुवार सुबह 8.30 बजे तक की पिछले 24 घंटे की अवधि में राजाखेड़ा में 60 मिलीमीटर बारिश हुई। इसके अलावा भरतपुर में 40 मिलीमीटर, धौलपुर, बाड़ी, रूपवास, करौली, बसेड़ी, डीग और डूंगरपुर में 30-30 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इस दौरान सैपऊ, कामां, उदयपुरवाटी, कुम्हेर व देवल में 20-20 मिमी. बारिश दर्ज की गई।
मौसम केंद्र के अनुसार पूर्वी राजस्थान में 19 सितंबर से बारिश की गतिविधियों में कमी होने तथा कहीं-कहीं हल्की मध्यम बारिश दर्ज होने की संभावना है। वहीं पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर संभाग व शेखावाटी क्षेत्र के कुछ भागों में आगामी 24 घंटे के दौरान बादल गरजने के साथ हल्की मध्यम बारिश होने व शेष अधिकांश भागों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की प्रबल संभावना है।
मौसम विभाग ने शुक्रवार सुबह तक के लिए दौसा, जयपुर, सीकर, झुंझुनू, अजमेर जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है, इस दौरान इस स्थानों पर कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है।
ऐसा है मुख्य मौसम तंत्र का हाल
उत्तर मध्य प्रदेश और उसके आस-पास के मध्य भागों पर बना सुस्पष्ट निम्न दबाव क्षेत्र उसी क्षेत्र पर कम दबाव क्षेत्र में और कमजोर हो गया है। संबंधित चक्रवाती परिसंचरण मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है।
औसत समुद्र तल पर मॉनसून की द्रोणिका अब बीकानेर, अजमेर, ग्वालियर से होकर गुजर रही है, जो उत्तर मध्य प्रदेश और उसके आसपास के मध्य भागों पर बने निम्न दबाव क्षेत्र का केंद्र है, पेंड्रा रोड, पुरी और फिर दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं के बीच एक द्रोणिका के रूप में पश्चिमी विक्षोभ, जिसकी धुरी औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर है, अब मोटे तौर पर अक्षांश 30°उत्तर के उत्तर में देशांतर 72°पूर्व के साथ चल रही है। औसत समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर उत्तर पंजाब और उसके आस-पास के क्षेत्रों पर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)