दिल्ली में UPSC मेंस की तैयारी कर रहे दीपक मीणा की संदिग्ध मौत, हत्या या हादसा? परिजनों ने की ये मांग
- दीपक के परिजनों ने सीएम भजनलाल शर्मा से न्याय की गुहार लगाई है। जबकि एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़ और किसान नेता हिम्मत सिंह ने मुख्यमंत्री से पूरे मामले की निष्पक्ष तरीके से जांच की मांग की है।
दिल्ली में यूपीएससी मेंस की तैयारी कर रहे दीपक मीणा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। दीपक के परिजनों ने सीएम भजनलाल शर्मा से न्याय की गुहार लगाई है। जबकि एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़ और किसान नेता हिम्मत सिंह ने मुख्यमंत्री से पूरे मामले की निष्पक्ष तरीके से जांच की मांग की है।
हिम्मत सिंह गुर्जर ने एक्स पर लिखा-दिल्ली के मुखर्जी नगर में यूपीएससी की तैयारी कर रहे 21 वर्षीय दीपक कुमार मीणा का शव 10 दिनों बाद संदिग्ध परिस्थितियों में झाड़ियों में मिला है जो अत्यंत दुःखद है। दीपक के परिवार को उनकी मौत पर संदेह है और वे इसे हत्या मान रहे हैं, मैं प्रशासन से इस मामले की गहन जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करता हूं। एक होनहार छात्र की इस तरह मौत होना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण हैं।
एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़ ने एक्स पर लिखा-दिल्ली के मुखर्जी नगर में यूपीएससी की तैयारी कर रहे 21 वर्षीय दीपक कुमार मीणा का शव 10 दिनों बाद संदिग्ध परिस्थितियों में झाड़ियों में मिला है जो अत्यंत दुःखद है। दीपक के परिवार को उनकी मौत पर संदेह है और वे इसे हत्या मान रहे हैं, मैं प्रशासन से इस मामले की गहन जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करता हूं। एक होनहार छात्र की इस तरह मौत होना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण हैं।
उल्लेखनीय है कि दीपक मीणा पिछले दस दिन से मुखर्जी नगर इलाके से लापता थे। परिवार और पुलिस संभावित ठिकानों पर तलाश करते रहे, लेकिन शुक्रवार को दीपक का शव उस इंस्टिट्यूट की लाइब्रेरी से कुछ ही दूरी पर झाड़ियों में मिला, जहां से दीपक तैयारी कर रहे थे। शव मिलने के तुरंत बाद मुखर्जी नगर थाने की पुलिस ने फरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया। शव को पोस्टमॉर्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया। पुलिस आत्महत्या और अन्य एंगल को ध्यान में रखकर जांच कर रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि मृतक दीपक के पास से कोई स्यूसाइड नोट नहीं मिला है। घटनास्थल से लेकर उनके रूम तक हर जगह छानबीन कर ली है।
दीपक मूलरूप से राजस्थान के जिला दौसा के गांव महुआ के बालिन के रहने वाले थे। पारिवारिक पृष्ठभूमि किसान की है। गांव में दीपक के परिवार में पिता चंदूलाल मीना, मां, दो बड़े भाई राकेश और दौलत और दो बहनें हैं। बेटे की मौत से गमगीन पिता चंदूलाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि दीपक ने यूपीएससी का ऑनलाइन कोर्स लेकर जयपुर में रहकर इसी साल प्री क्लियर किया था। जब प्री क्लियर हुआ तो उसी इंस्टिट्यूट ने मेंस की तैयारी के लिए दिल्ली बुला लिया।