जयपुर में ACB का एक्शन, तहसीलदार समेत JDA के 7 कर्मचारी गिरफ्तार
- राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी अभियान में शुक्रवार को एसीबी ने जेडीए के तहसीलदार समेत 7 कर्मचारियों को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। जेडीए यानी जयपुर विकास प्राधिकारण में एक साथ इतनी गिरफ्तारी हुई है।
राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी अभियान में शुक्रवार को एसीबी ने जेडीए के तहसीलदार समेत 7 कर्मचारियों को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। जेडीए यानी जयपुर विकास प्राधिकारण में एक साथ इतनी गिरफ्तारी हुई है। गिरफ्तार कर्मचारियों में 1 तहसीलदार, 3 गिरदावर, 1 JEN, 1 पटवारी और 1 अन्य शख्स शामिल है।
जेडीए में हुई ACB की इस कार्रवाई से प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। बताया गया कि ACB ने सबसे पहले JDA जोन 9 की महिला पटवारी को ट्रैप किया। उसके बाद ACB ने 7 घूसखोर कर्मियों को गिरफ्तार किया।
बताया गया कि एसीबी की टीम अब गिरफ्तार किए गए सभी 7 सरकारी कर्मियों के घर और ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाएगी। यदि किसी के यहां से आय से अधिक संपत्ति का ब्योरा मिला तो फिर आय से अधिक संपत्ति का केस भी चलेगा। मिली जानकारी के अनुसार एसीबी ने सबसे पहले एक महिला पटवारी रुक्मिणी देवी को ट्रैप किया। इसके बाद तहसीलदार लक्ष्मी कांत गुप्ता, 3 गिरदावर, 1 पटवारी, एक JEN और JEN के साथी को ट्रैप किया गया. अब तक करीब 1.50 लाख रुपए की राशि बरामद हो चुकी है। ACB डीजी रवि प्रकाश मेहरड़ा के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई। बताया गया कि लैंड कन्वर्जन के नाम पर रिश्वत मांगी गई थी। पहली बार एक साथ 7 लोगों को रिश्वत लेते ACB ने पकड़ा है। ACB ने सभी के मोबाइल भी जब्त किए। ACB डीआईजी रवि के निर्देशन कार्रवाई जारी है।
जेडीए में हुई एसीबी की बड़ी कार्रवाई के बारे में CB डीजी रवि प्रकाश मेहरड़ा ने कहा कि फेस टाइम ऑडियो और वाट्सएप पर बात करते हैं, ऐसे में यदि कोई लेनदेन करता है तो उसे पकड़ना मुश्किल होता है, लेकिन आज एसीबी ने इन सब एक साथ पकड़ा है। उन्होंने यह भी कहा कि सभी आरोपियों के घर की तलाशी होगी। यदि आय से अधिक संपत्ति का मामला बना तो उसका भी चार्ज लगेगा।