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हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता पर फायरिंग का दावा, दिल्ली जाते समय हुआ हमला

हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने दिल्ली जाते समय दो अज्ञात बदमाशों द्वारा उन पर फायरिंग किए जाने का दावा किया है। उन्होंने पुलिस को इस मामले की शिकायत दे दी है।

Praveen Sharma लाइव हिन्दुस्तान, अजमेर। एएनआईSat, 25 Jan 2025 11:13 AM
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हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता पर फायरिंग का दावा, दिल्ली जाते समय हुआ हमला

हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने दिल्ली जाते समय दो अज्ञात बदमाशों द्वारा उन पर फायरिंग किए जाने का दावा किया है। अधिकारियों के अनुसार, विष्णु गुप्ता ने शिकायत की है कि दो अज्ञात बदमाशों ने दिल्ली जाते समय गगवाना लाडपुरा पुल के पास उन पर कथित तौर पर गोलियां चलाईं। इस मामले की आगे की जांच के लिए स्थानीय पुलिस को शिकायत दी गई है।

विष्णु गुप्ता ने बीते साल नवंबर महीने में यह दावा करके विवाद खड़ा कर दिया था कि अजमेर शरीफ दरगाह के भीतर एक हिंदू मंदिर है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें पहले भी जान से मारने की धमकियां मिली हैं। उन्हें दो बार फोन पर जान से मारने की धमकी मिली हैं, एक बार कनाडा से और दूसरी भारत से भरी कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। हालांकि, उन्होंने कहा कि वह ऐसी धमकियों से नहीं डरेंगे।

ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल के चेयरमैन सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने मस्जिदों और दरगाहों पर विभिन्न संगठनों द्वारा दावा किए जाने की घटनाओं में वृद्धि की आलोचना की है।

उन्होंने कहा कि देश में ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं। हर दूसरे दिन हम देखते हैं कि संगठन मस्जिदों और दरगाहों पर दावा कर रहे हैं। यह हमारे समाज और देश के हित में नहीं है। आज भारत एक वैश्विक शक्ति बन रहा है। हम कब तक मंदिर और मस्जिद विवाद में उलझे रहेंगे?

चिश्ती ने आगे इस मामले में केंद्र सरकार से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया और कहा कि एक कानून बनाया जाना चाहिए और दिशानिर्देश जारी किए जाने चाहिए ताकि कोई भी इन जैसे धार्मिक संगठनों पर दावा न कर सके।

उन्होंने कहा कि अजमेर का इतिहास 850 साल पुराना है। मैं भारत सरकार से इसमें हस्तक्षेप करने की अपील करता हूं। एक नया कानून बनाया जाना चाहिए और दिशानिर्देश जारी किए जाने चाहिए ताकि कोई भी इन जैसे धार्मिक संगठनों पर दावा न कर सके। 2022 में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि हम कब तक मस्जिदों में शिवालय ढूंढते रहेंगे और मैं उनसे सहमत हूं।

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