कर्मचारियों की ग्रेच्युटी 25 लाख की, दो संतान की बाध्यता हटाई; जानिए भजनलाल कैबिनेट के फैसले
- राजस्थान में विधानसभा उप चुनावों से पहले भजनलाल कैबिनेट बैठक में बड़े फैसले लिए गए हैं। सरकार ने कर्मचारियों की डेथ ग्रेच्युटी को 20 लाख से बढ़ाकर 25 लाख कर दिया है।
राजस्थान में भजनलाल कैबिनेट ने कर्मचारियों को राहत दी है। विधानसभा उप चुनावों से पहले भजनलाल सकार की कैबिनेट बैठक में बड़े फैसले लिए गए हैं। सरकार ने कर्मचारियों की डेथ ग्रेच्युटी को 20 लाख से बढ़ाकर 25 लाख कर दिया है। जबकि दो से अधिका संतान वाले कर्मचारयों को प्रमोशन में राहत दी है। कैबिनेट के बाद मीडिया से बात करते हुए डिप्टी सीएम प्रेम चंद बैरवा ने कहा कि कर्मचारी कल्याण को लेकर 3 अहम फैसले लिए गए हैं, जिसमें पेंशनधारी कर्मचारियों की आरजीएस की राशि को 20 से बढ़ा कर 30 हजार किया गया। इसके साथ कर्मचारियों की ग्रेज्युटी 20 से 25 लाख की गई है। कर्मचारियों के परिजनों को राजस्थान में केंद्र की तर्ज पर 10 साल बढ़ी हुई पेंशन परिजनों को मिलेगी। वंचित जिला न्यायालय कर्मचारियों को 2 से अधिक संतान होने पर भी प्रमोशन व अन्य लाभ मिल सकेंगेय़
संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने बताया कि कैबिनेट में रेलवे नेटवर्क को बढ़ाने को लेकर कुछ फैसले लिए गए, जिसमें श्रीनाथ मेवाड़ को जोड़ने वाले रेलवे में तेजी लाई जाएगी। नाथद्वारा के पास का क्षेत्र रेल से वंचित था. ऐसे में रेलवे को आमान परिवर्तन के लिए जमीन देने का अनुमोदन हुआ है। बुधवार को अपने मंत्रिपरिषद की बैठक में कर्मचारियों के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए। इसके साथ सौर ऊर्जा और रेलवे नेटवर्क बढ़ाने पर भी मंथन हुआ. बैठक में पेंशनधारी कर्मचारियों की RGHS की राशि बढ़ाने, मृतक कर्मचारियों की ग्रेच्युटी को बढ़ाने, न्यायिक कर्मचारियों के लिए दो संतान की बाध्यता हटाने जैसे महत्वपूर्ण फैसले लिए गए।
बैठक में कर्मचारियों की ओल्ड पेंशन स्कीम और केन्द्र सरकार की यूपीएस स्कीम को लेकर भी अनौपचारिक चर्चा हुई. इसके साथ दो विभागों की ट्रांसफर पॉलिसी ड्राफ्ट का प्रजेंटेशन भी इस बैठक में हुआ, जिसके आधार पर भविष्य में सरकार अन्य विभागों की तबादला नीति को समायोजित कर राजकीय कर्मचारियों के तबादले करेगा।
जोगाराम पटेल ने बताया कि तबादलों में पारदर्शिता हो, इसको लेकर भजनलाल सरकार लगातार काम कर रही है। इसी दिशा में आज कैबिनेट की बैठक में चिकित्सा और शिक्षा विभाग की ओर से बनाई गई ट्रांसफर पॉलिसी का प्रजेंटेशन हुआ। इसके बाद इसमें जो भी कुछ सुझाव आएंगे, उनको संशोधित करके पॉलिसी को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके अलावा अन्य विभागों की पॉलिसी को भी समाहित किया जाएगा और उसी के आधार पर राजकीय कर्मचारियों के तबादले किए जाएंगे।
तबादलों में किसी तरह की कोई गड़बड़ी और अनियमितताएं नहीं हो, इसके लिए सरकार कटिबद्ध है और तबादला नीति पर लगातार काम कर रही है. पटेल ने ओल्ड पेंशन स्कीम और केंद्र सरकार की यूपीएस स्कीम को लेकर कहा कि कैबिनेट बैठक में आधिकारिक रूप से इस पर कोई चर्चा नहीं हुई, लेकिन लगातार इसको लेकर अलग-अलग सुझाव दिए जा रहे हैं। जल्दी सरकार इस पर उचित निर्णय लेगी।