गजेंद्र सिंह शेखावत की नाराजगी पड़ी भारी, 3 कार्मिकों को किया निलंबित
- बूंदी के पूर्व राजा राव सूरजमल हाड़ा की छतरी को तोड़ने के मामले में राजनीतिक रंग ले लिया है। इस पूरे मामले में कोटा जिला कलेक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी ने जांच कमेटी गठित कर दी है।
राजस्थान में कोटा डेवलपमेंट अथॉरिटी की ओर से एयरपोर्ट निर्माण के लिए बूंदी जिले के कैथूदा तुलसी गांव में स्थित करीब 600 साल पुरानी बूंदी के पूर्व राजा राव सूरजमल हाड़ा की छतरी को तोड़ने का मामला सामने आया है इस मामले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह और पूर्व सांसद और कोटा के पूर्व महाराव इज्यराज सिंह ने विरोध जताया है।
चौतरफा विरोध के बाद अब केडीए और जिला प्रशासन बैकफुट पर आ गया है। इस पूरे मामले में कोटा जिला कलेक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी ने जांच कमेटी गठित कर दी है। इसके साथ ही शनिवार देर रात को एक्शन लेते हुए तीन कार्मिकों को निलंबित भी किया गया है। इनमें तहसीलदार प्रवीण कुमार, भूअभिलेख निरीक्षक मुरलीधर और पटवारी रामनिवास शामिल हैं।
इस मामले में करणी सेना की भी एंट्री हो गई है। करणी सेना ने रविवार सुबह 11 बजे फिर से सूरजमल हाड़ा की छतरी बनाने की चेतावनी दी है। जिला कलेक्टर और केडीए कमिश्नर डॉ. गोस्वामी के निर्देश पर गठित हुई जांच कमेटी में उपखंड अधिकारी गजेंद्र सिंह, केडीए की विशेषाधिकार की मालविका त्यागी और तहसीलदार लाडपुरा हरिनारायण सोनी को जांच दी गई है। यह कमेटी रविवार को रिपोर्ट जिला कलेक्टर को सौंपेगी।