Hindi Newsराजस्थान न्यूज़Former member of Udaipur royal family Mahendra Singh Mewar passes away

उदयपुर राजपरिवार के पूर्व सदस्य महेंद्र सिंह मेवाड़ का निधन, दीया कुमारी ने जताया दुख

  • राजस्थान में उदयपुर राजपरिवार के पूर्व सदस्य पूर्व सांसद महेंद्र सिंह मेवाड़ का निधन हो गया है। मेवाड़ पूर्व राजपरिवार के सदस्य 83 वर्षीय महेंद्र सिंह जी बीते कई दिनों से अस्वस्थ थे।

Prem Narayan Meena लाइव हिन्दुस्तानSun, 10 Nov 2024 06:41 PM
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राजस्थान में उदयपुर राजपरिवार के पूर्व सदस्य पूर्व सांसद महेंद्र सिंह मेवाड़ का निधन हो गया है। मेवाड़ पूर्व राजपरिवार के सदस्य 83 वर्षीय महेंद्र सिंह जी बीते कई दिनों से अस्वस्थ थे। उदयपुर के अनंता अस्पताल में ली अंतिम सांस । निधन की खबर से मेवाड़ में शोक की लहर । उनके पुत्र विश्वराज सिंह नाथद्वारा से विधायक और पुत्रवधू महिमा कुमारी राजसमंद से सांसद हैं। उल्लेखनीय है कि महेंद्र सिंह मेवाड़ 1989 में चित्तौड़गढ़ सीट से बीजेपी के टिकट पर लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे।

एक दिन पहले शनिवार को प्रदेश की उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने भी अस्पताल पहुंच कर महेंद्र सिंह मेवाड़ की कुशलक्षेम पूछी थी। महेंद्र सिंह मेवाड़ की पार्थिव देह को उदयपुर लाया जाएगा, जहां सोमवार को उदयपुर में ही अंतिम संस्कार होगा। डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने उनके निधन पर दुख जताया है।

उदयपुर पूर्व राजपरिवार के मुखिया दिवंगत भगवत सिंह के बड़े पुत्र महेंद्र सिंह मेवाड़ वर्ष 1989 में चित्तौड़गढ़ सांसद भी रह चुके हैं। उनके छोटे भाई अरविंद सिंह मेवाड़ हैं। उनके इकलौते पुत्र विश्वराज सिंह मेवाड़ अभी नाथद्वारा विधायक हैं, जबकि पुत्रवधू महिमा कुमारी राजसमंद से सांसद हैं। 24 फरवरी 1941 को उदयपुर में जन्मे महेंद्र सिंह मेवाड़ की शादी टिहरी गढ़वाल की राजकुमारी निरुपमा कुमारी से हुई थी। उनका एक बेटा विश्वराज सिंह मेवाड़ व एक पुत्री त्रिविक्रम कुमारी हैं।

महेंद्र सिंह अभी मेवाड़ परिवार के मुखिया थे। उनका अंतिम संस्कार पूरी राजसी परम्परा के तहत किया जाएगा। अनंता मेडिकल कॉलेज में रविवार अपराह्न कीरब 3 बजे उनका निधन हुआ। उनकी पार्थिव देह को उदयपुर में समोर बाग स्थित आवास पर ले जाया जाएगा। महेंद्र सिंह ने मेवाड़ में अटल बिहारी वाजपेयी के साथ यात्रा का नेतृत्व किया था और फिर वर्ष 1989 में भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़कर चित्तौड़गढ़ के सांसद चुने गए थे। फिर वर्ष 1990 में उद्योग मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति के सदस्य भी बने थे। बाद में कांग्रेस में शामिल हुए और दोबारा चुनाव लड़ा, जिसमें वो चुनाव हार गए। उन्होंने अजमेर के मेयो कॉलेज से स्नातक किया था। महेंद्र सिंह मेवाड़ वर्ष 1984 में उनके पिता भगवत सिंह के निधन के बाद मेवाड़ पूर्व राजपरिवार के मुखिया बने थे।

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