UPSC अभ्यर्थी दीपक कुमार मीणा की मौत पर आया बड़ा अपडेट, परिजनों ने की ये मांग
दीपक के पिता का कहना है कि यदि दीपक को फांसी लगानी होती तो नई रस्सी बाजार से खरीद कर लाता। पिता ने आगे आरोप लगाया कि दीपक ने एक शर्ट पहन रखी थी।
दिल्ली में यूपीएससी मेंस की तैयारी कर रहे अभ्यर्थी दीपक मीणा के परिजनों ने हत्या की आंशका जताई है। दीपक के पिता का कहना है कि दीपक के साथ धोखा हुआ है, मैंने उसकी डेड बॉडी को देखा है। जिस रस्सी से वह लटका हुआ था, वह रस्सी पुरानी थी। दीपक के पिता का कहना है कि यदि दीपक को फांसी लगानी होती तो नई रस्सी बाजार से खरीद कर लाता।
पिता ने आरोप लगाया कि दीपक ने एक शर्ट पहन रखी थी। उसके अलावा एक शर्ट और फांसी लगाने के समय उसके कंधे पर मिली है जो फटी हुई हालत में थी। जहां फांसी लगाई थी वहां उसके पैर जमीन में टिके हुए थे। पिता का यह भी आरोप है कि दीपक घर से जाते वक्त दो बेडशीट लेकर गया था जो उसके कमरे पर मौजूद थी, जबकि फांसी लगाने के समय उसके पास मिले बाग में एक बेडशीट अलग थी। उसने आत्महत्या नहीं कि उसे मार कर फांसी पर लटकाया गया है।
दूसरी तरफ यूपीएससी अभ्यर्थी दीपक कुमार मीणा की नृशंस हत्या के विरोध में नेहरू विहार से मुखर्जी नगर तक आयोजित शांति मार्च निकाला गया। उद्देश्य दीपक के परिवार को न्याय दिलाना और प्रशासन को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए मजबूर करना है। हम सभी का कर्तव्य है कि ऐसी घटनाओं के खिलाफ एकजुट होकर खड़े हों, ताकि भविष्य में कोई और दीपक इस तरह की हिंसा का शिकार न हो। आपकी भागीदारी और समर्थन से ही न्याय संभव हैं।
मृतक दीपक मीणा के पिता चांदू लाल मीणा ने बताया कि 9 जुलाई को पहली बार दिल्ली मुखर्जी नगर में UPSC मेंस की तैयारी के लिए कोचिंग में एडमिशन लिया था। दिल्ली जाने से पहले दीपक अपने पिता को कह कर गया था कि अब यूपीएससी पास करने के बाद ही आऊंगा और अपनी मां को उसने कहा था कि तुम्हें सोने की गद्दी पर बिठाऊंगा, चिंता मत करना।
मृतक दीपक के पिता चांदू लाल मीणा ने कहा कि 01 सितंबर को वह अपने बेटे से मिलने दिल्ली गए थे। वह हर दिन सुबह के समय अपने बेटे से मोबाइल पर बात करते थे। 10 सितंबर को आखिरी बार बात हुई थी। उसके बाद फोन ही नहीं उठा। इस पर घरवाले चिंतित हो गए। दिल्ली जाकर पिता ने दीपक को कोचिंग सहित कई जगहों पर तलाश किया, लेकिन दीपक की कोई खबर नहीं मिली। पिता ने 14 सितंबर को मुखर्जी नगर थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई। इसके बाद 20 सितंबर को दीपक का शव मिला।