इंदिरा गांधी नहर में कार गिरने से पति-पत्नी की मौत, बाइक सवार ने देखा हादसा; पुलिस को खुदकुशी का शक
- पुलिस ने बताया कि कार के पीछे बैठे एक मोटरसाइकिल सवार ने कार को नहर में गिरते देख लिया और किसानों को इसकी सूचना दी। मृतक दंपति भादरा के कनाऊ गांव के रहने वाले थे।
राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में एक कार इंदिरा गांधी फीडर नहर में जा गिरी, जिससे कि उसमें सवार पति-पत्नी की मौत हो गई। इस घटना की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि यह हादसा शुक्रवार दोपहर को हुआ था, जिसके बाद कार को खोजने के लिए अभियान चलाया गया और शनिवार सुबह हादसाग्रस्त कार को ढूंढ लिया गया। कार के मिलने के बाद कार व शवों को नहर से बाहर निकाला गया। पुलिस को शंका है कि यह मामला आत्महत्या का भी हो सकता है।
हादसे की जानकारी देते हुए सर्किल ऑफिसर करण सिंह ने बताया कि घटना के समय मदन सिंह राजपूत (36) और उनकी पत्नी ममता (32) इंदिरा गांधी फीडर नहर के किनारे राठीखेड़ा पुल से जा रहे थे, तभी कार अनियंत्रित होकर नहर में गिर गई। मृतक दंपति भादरा के कनाऊ गांव के निवासी थे।
पुलिस ने बताया कि कार के पीछे चल रहे एक मोटरसाइकिल सवार ने कार को नहर में गिरते देख लिया और किसानों को इस बारे में सूचना दी। हादसे की जानकारी मिलने पर पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) व स्थानीय गोताखोरों को बुलाते हुए नहर के अंदर कार की तलाश शुरू की गई, जो शुक्रवार शाम तक जारी रही, लेकिन अंधेरा होने के बाद सर्चिंग को बंद कर दिया गया।
सीओ ने बताया कि शनिवार सुबह तलाशी अभियान फिर से शुरू हुआ और रस्सियों की मदद से कार को बाहर निकाला गया। अधिकारी ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। यह हादसा तलवाड़ा झील थाना क्षेत्र में हुआ था।
पुलिस को खुदकुशी का शक
इस घटना के बारे में बात करते हुए हनुमानगढ़ एसपी अरशद अली ने बताया कि 'शुरुआती जांच में अभी तक जो तथ्य आए हैं उनसे यह आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है। इन दोनों पति-पत्नी के 16-17 साल के जवान बच्चे की मौत पिछले साल हो गई थी। इसके बाद से ही इन दोनों के डिप्रेशन में होने का पता चला है। इसी वजह से ऐसा लग रहा है कि इन्होंने शायद कार को चलाकर जानबूझकर नहर में डाला है। क्योंकि वहां किसी प्रकार का एक्सीडेंट भी नहीं हुआ है और ना ही वो आम रास्ता है।'