कांग्रेस नेता के विवादित बोल- राजस्थान को बताया मर्दों का प्रदेश; फिर उठा राजनीतिक भूचाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शांती धारीवाल के बयान से एक बार फिर राजनीतिक भूचाल आ गया है। उन्होंने एक बार फिर राजस्थान को मर्दों का प्रदेश कहा है ।
राजनीती का लंबा अनुभव रखने वाले कांग्रेसी नेता शांती धारीवाल ने राज्य को लेकर एक बार फिर विवादित बयान दिया है। कांग्रेस से विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री रह चुके धारीवाल ने फिर से राजस्थान को मर्दों का प्रदेश कहा है। इससे एक बार फिर विवाद गहरा गया है। आपको बता दें कि शांती धारीवाल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं। उनकी उम्र 80 साल है और वो इस समय राजस्थान के उत्तरी कोटा से विधायक हैं।
इसे पुरुषों का राज्य नहीं तो और क्या कहा जाए?
धारीवाल राजस्थान के अलवर में एक कार्यक्रम में शामिल थे। वहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान विवादित बात कही। उन्होंने कहा कि राजस्थान वीरों की भूमि है। इसे पुरुषों का राज्य नहीं तो और क्या कहा जाए? धारीवाल ने यह बयान तब दिया जब उनसे पूछा गया क्या वह उस विवादित बयान पर कायम हैं जो उन्होंने 2 साल पहले राज्य विधानसभा में दिया था। उस समय वह अशोक गहलोत सरकार में शहरी विकास और आवास मंत्री थे।
धारीवाल के बयान से उठा राजनीतिक भूचाल
साल 2022 की मार्च में धारीवाल राज्य की विधानसभा 'राजस्थान में बढ़ते रेप के मामलों' पर बोल रहे थे। तभी उन्होंने सूखे राज्य को पुरषों का राज्य कहा था। इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में भूचाल आ गया। धारीवाल समेत कांग्रेस की चारो तरफ खिचाई होने लगी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बयान का इस्तेमाल 2023 और 2024 के सभी चुनावों भाषणों में किया था। उन्होंने कांग्रेस को महिला सुरक्षा के मुद्दों के लिए असंवेदनशील बताया था।
बयान के बाद धारीवाल ने दी सफाई
हालांकि बीते बुधवार को बयान देने के बाद धारीवाल ने सफाई भी दी। शांती धारीवाल ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बयान के बाद बातचीत की। उन्होंने कहा कि मेरा मतलब था कि राजस्थान ऐतिहासिक तौर पर वीरों की भूमि रही है जिनमें से अधिकांश पुरुष थे। इसलिए इसे पुरुषों का राज्य कहते हैं। लेकिन महिलाएं भी इस राज्य का जरूरी हिस्सा हैं और उनके मानवीय योगदान को नकारा नहीं जा सकता।