दौसा में बोरवेल में गिरी बच्ची; निकालने की 12 कोशिश फेल, केले-चॉकलेट पहुंचाए
- बोरवेल के पास हुए गड्ढे में करीब 15 घंटे से 2 साल की मासूम फंसी है। रातभर से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा, लेकिन मासूम को अब तक बाहर नहीं निकाला जा सका है।
राजस्थान के दौसा जिले के बांदीकुई में बोरवेल में गिरी ढ़ाई साल की बच्ची को बचाने के 12 कोशिश फेल हो गई है। राहत और बचाव कार्य जारी है। बालिका को केले और चॉकलेट पहुंचाए गए है। बोरवेल के पास हुए गड्ढे में करीब 15 घंटे से 2 साल की मासूम फंसी है। रातभर से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा, लेकिन मासूम को अब तक बाहर नहीं निकाला जा सका है। दौसा एडिशनल एसपी लोकेश सोनवाल के मुतबिक बोरवेल लगभग 600 फीट गहरा है और बच्चा लगभग 20 से 25 फीट के आसपास अटका हुआ है। राहत एवं बचाव के कार्य जारी है।
दौसा के बांदीकुई में दो बुधवार (18 सितंबर) की शाम को दो साल की नीरू 600 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई। बच्ची घर के पास खेलते-खेलते बोरवेल में गिर गई। सूचना पर पहुंची राज्य आपदा मोचन बल और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है। बोरवेल के पास 35 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया। एक एलएनटी, 4 JCB और दो ट्रैक्टर की मदद ली गई। पाइपों का 20 फीट का टनल बनाया गया है। रात भर से NDRF और SDRF टीम रेस्क्यू कर रही है। मौके पर जिला कलेक्टर देवेन्द्र कुमार, एसपी रंजीता शर्मा सहित प्रशानिक अमला मौके पर मौजूद भारी पुलिस बल मौजूद है।
हादसे के बाद बच्ची की मां कविता गुर्जर की हालत खराब है। कविता ने रोते-रोते बताया कि नीरू बच्चों के साथ खेल रही थी। पता नहीं चला कि कब वह गड्ढे में गिर गई। उन्होंने बताया कि नीरू को कभी घर से बाहर नहीं छोड़ा। गलती से निकल गई। नीरू तीन बहनों में सबसे छोटी है। उसकी दो बड़ी बहन खुशी और राशि हैं।