गहलोत ने दी पेन ड्राइव, फोन टैपिंग में हो पूछताछ; पूर्व OSD के बयान से बढ़ेंगी कांग्रेस नेता की मुश्किलें
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पूर्व ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी) लोकेश शर्मा ने 2020 में राज्य में राजनीतिक संकट के दौरान फोन टैपिंग के लिए कांग्रेस नेता को को जिम्मेदार ठहराया है। शर्मा का कहना है कि इस संबंध में गहलोत से पूछताछ की जानी चाहिए।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पूर्व ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी) लोकेश शर्मा ने 2020 में राज्य में राजनीतिक संकट के दौरान फोन टैपिंग के लिए कांग्रेस नेता को को जिम्मेदार ठहराया है। शर्मा का कहना है कि इस संबंध में गहलोत से पूछताछ की जानी चाहिए। दिल्ली पुलिस केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर इस मामले की जांच कर रही है।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शर्मा से पांच घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की। इसके बाद उन्होंने रिपोर्टर्स को बताया, 'हमेशा की तरह सवालों की लंबी सूची थी, लेकिन पहेली का मुख्य सवाल यह था कि मुझे ऑडियो क्लिप कहां से मिली। इसलिए आज मैंने क्राइम ब्रांच को यह बताया और उन्हें सात पन्नों का लिखित बयान दिया। इसमें मैंने सबूतों के साथ बताया है कि 16 जुलाई 2020 को शाम करीब 6.30-7 बजे तत्कालीन सीएम अशोक गहलोत ने मुझे फोन किया और एक पेन ड्राइव दी, जिसमें ऑडियो क्लिप थी और मुझसे कहा कि इसे मीडिया में सर्कुलेट करो।'
शर्मा ने कहा, 'अब अशोक गहलोत से पूछताछ होनी चाहिए। क्योंकि मैंने लिखित में कहा है कि अशोक गहलोत से आगे की पूछताछ होनी चाहिए कि उन्होंने ये ऑडियो क्लिप कैसे रिकॉर्ड करवाए। क्या यह कानूनी था या अवैध, क्या सभी नियमों और रेगुलेशन का पालन करते हुए (कॉल इंटरसेप्शन) किया गया था या इसके पीछे कोई मंशा थी। इसका जवाब अशोक गहलोत खुद दे सकते हैं।' उन्होंने आगे कहा, 'कॉल इंटरसेप्शन में वे (शर्मा) शामिल नहीं थे। यह तत्कालीन मुख्यमंत्री के निर्देश पर किया गया था। अब वह (गहलोत) आगे की डिटेल्स का खुलासा कर सकते हैं, कि फोन ‘सर्विलांस’ कैसे किया गया था।'
शर्मा ने दावा किया कि राजनीतिक संकट के दौरान मुख्यमंत्री के निर्देश पर अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों खेमों के कई कांग्रेस विधायकों के फोन ‘इंटरसेप्ट’ किए गए थे और वे प्रत्येक कॉल की ‘ट्रांसक्रिप्शन’ प्राप्त करते थे। मार्च 2021 में, दिल्ली पुलिस ने शेखावत की शिकायत पर शर्मा के खिलाफ आपराधिक साजिश, आपराधिक विश्वासघात और गैरकानूनी तरीके से टेलीफोन पर बातचीत को रिकॉर्ड करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। शर्मा पांचवीं बार पूछताछ के लिए क्राइम ब्रांच के सामने पेश हुए। क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने इससे पहले उनसे आखिरी बार 10 अक्टूबर, 2023 को पूछताछ की थी।