कोटा में फिर एक स्टूडेंट की मौत, हॉस्टल के बाथरूम में संदिग्ध हालत में लाश मिलने से हड़कंप
कोटा में कोचिंग कर रहे एक छात्र की संदिग्ध हालत में मरने की खबर आई है। बताया जा रहा है कि स्टूडेंट बाथरूम गया, लेकिन निकला ही नहीं। दरवाजा खोला तो उसकी लाश मिली। पढ़िए पूरी खबर।
राजस्थान के शहर कोटा से फिर एक स्टूडेंट के मौत की खबर सामने आई है। इंजीनियरिंग की कोचिंग करने वाले 18 साल के स्टूडेंट की लाश बाथरुम में संदिग्ध हालत में मिली। इससे छात्रावास में हड़कंप मच गया। हॉस्टल वालों ने बच्चे के मरने की खबर पुलिस को दी, मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को देखा। मगर घरवाले बिना केस दर्ज कराए छात्र का शव लेकर घर चले गए। जानिए पूरा मामला।
मरने वाले स्टूडेंट का नाम कुशाग्र रस्तौगी है और वह उत्तर प्रदेश का निवासी है। इलाके के डीएसपी राजेश ने कुशाग्र की मां के हवाले से बताया वह रोज की तरह सुबह उठने के बाद फ्रैश होने के लिए गया था, लेकिन 15-20 मिनट गुजरने के बाद भी वह बाहर नहीं आया। मां ने चिंता के मारे दरवाजा खटखटाया, तो उन्होंने पाया कि बाथरूम का गेट खुला है। जब उन्होंने धक्का देकर खोला तो पता चला कि कुशाग्र जमीन पर बेहोश पड़ा हुआ है।
जवाहर नगर पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी हरिनारायण शर्मा ने बताया कि छात्र को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने उसे सीपीआर दिया मगर किसी भी तरह का जीवन से जुड़ा संकेत नहीं मिला तो चिकित्सकों ने उसे मरा हुआ घोषित कर दिया। शर्मा ने बताया कि घरवालों ने किसी भी तरह का कोई केस दर्ज नहीं कराया, साथ ही बच्चे के शव को बिना पोस्टमार्टम कराए ही लेकर चले गए।
पुलिस ने बताया कि मरने वाले स्टूडेंट का नाम कुशाग्र रस्तौगी है। वह उत्तर प्रदेश के प्रयागराज का रहने वाला है। कुशाग्र अपनी मां के साथ कोटा के जवाहर नगर इलाके के एक छात्रावास में रहता था। उसी हॉस्टल में छात्र का शव बरामद हुआ था। परिजनों से पता चला कि इस साल अप्रैल में कुशाग्र ने कोटा की एक कोचिंग इंस्टीट्यूट में दाखिला लिया था। वह इंजीनियरिंग की कोचिंग पढ़ने के लिए हॉस्टल में रहना शुरू किया था।