Hindi Newsराजस्थान न्यूज़Alwar Shubham Goyal gave life to 3 people even after death, donated organs

मरने के बाद भी 3 लोगों को जिंदगी दे गया अलवर का शुभम गोयल, डोनेट किए ऑर्गन

  • शुभम गोयल (26 वर्ष) छोटी बावड़ी रामगढ़ अलवर का रहने वाला था। वह एक दिन सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए घर से निकला था। इसी दौरान अचानक पुलिस के जरिए उसके घरवालों को शुभम के घायल होने की सूचना मिली।

Prem Narayan Meena लाइव हिन्दुस्तानTue, 19 Nov 2024 07:23 AM
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राजस्थान में अलवर जिले के रामगढ़ का शुभम गोयल मरने के बाद तीन लोगों को नई जिंदगी दे गया। दरअसल, दुर्घटना में घायल होने के बाद डॉक्टरों ने उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया था। डॉक्टरों की समझाइश के बाद परिजनों ने सोमवार को शुभम के अंगदान किए। दोनों किडनियां जयपुर एसएमएस अस्पताल के ही सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में ट्रांसप्लांट की गईं। जबकि, लिवर ग्रीन कॉरिडोर बनाकर जोधपुर एम्स भेजा गया।

एसएमएस अस्पताल के प्रवक्ता डॉ. मनीष अग्रवाल ने बताया कि अंगदाता शुभम की दोनों किडनी एसएमएस अस्पताल के ही सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में ट्रांसप्लांट की गईं एवं लिवर जोधपुर एम्स को ग्रीन कॉरिडोर के द्वारा भेजा गया। वह अपने पीछे एक विधवा माताजी एवं छोटा भाई शशांक गोयल को छोड़कर अमर हो गया। उन्होंने बताया कि शुभम के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। इसके बावजूद भी इन्होंने अंगदान करके समाज को अच्छा संदेश दिया ह।

जानकरी के मुताबिक शुभम गोयल (26 वर्ष) छोटी बावड़ी रामगढ़ अलवर का रहने वाला था। वह एक दिन सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए घर से निकला था। इसी दौरान अचानक पुलिस के जरिए उसके घरवालों को शुभम के घायल होने की सूचना मिली। शुभम की माताजी हेमलता उसे लेकर अलवर अस्पताल पहुंचीं। यहां से 13 नवंबर को शुभम को सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया।

डॉक्टरों की टीम के अथक प्रयास के बावजूद शुभम की स्थिति में सुधार नहीं हुआ और डॉक्टरों ने 17 नवंबर को शुभम को ब्रेन डेड घोषित कर दिय। डॉ. मनीष अग्रवाल एवं डॉ. चित्रा सिंह तथा ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर की ओर से अंगदान करने के लिए शुभम के परिजनों को समझाया गया। शुभम गोयल की माता जी हेमलता का अंगदान करने में अहम योगदान रहा और परिवार की सहमति से सोमवार को अंगदान किया गया।

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