हल्का पड़ने लगा अलवर के लाल प्याज का रंग, दिल्ली के प्रदूषण ने किसानों की बढ़ाई चिंता
- बता दें महाराष्ट्र के नासिक के बाद अलवर जिले में लाल प्याज की सबसे ज्यादा अवाक रहती है। इस बार अलवर में लाल प्याज की बंपर पैदावार हुई है, लेकिन दिल्ली के प्रदूषण से प्याज का लाल सुर्ख रंग कम हो रहा है।
राजस्थान के अलवर जिले लाल प्याज का रंग बदलने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। जिले में 2 दिन से छा रहे बादल और कोहरे के चलते प्याज उत्पादक किसानों की चिंता बढ़ गई है। दिल्ली के प्रदूषण ने अलवर और भिवाड़ी के प्याज उत्पादकों की चिंता बढ़ा दी है। बता दें महाराष्ट्र के नासिक के बाद अलवर जिले में लाल प्याज की सबसे ज्यादा अवाक रहती है। इस बार अलवर में लाल प्याज की बंपर पैदावार हुई है, लेकिन दिल्ली के प्रदूषण से प्याज का लाल सुर्ख रंग कम हो रहा है।
कोहरे के चलते लाल प्याज की गुणवत्ता तथा उसके रंग पर विपरीत असर पड़ता है। इसे लेकर किसान परिवार दिन और रात प्याज के खेतों में ही रहकर उनको साफ, स्वच्छ करते हुए प्लास्टिक के बैग में भरकर बेचने की जुगत में लग रहे हैं। जिले के प्याज के बड़े उत्पादक के तौर पर जाने वाले मालाखेड़ा और लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र में दो दिन से लगातार कोहरा पड़ रहा है। सूर्य का ताप भी मंद पड़ गया है। इसे लेकर प्याज के लगी हुई मिट्टी को सूखने में समय लग रहा है। किसानों का कहना है कोहरे व मौसम में नमी के चलते प्याज का लाल रंग हल्का पड़ने लग गया।
जानकारों के मुताबिक सुर्ख लाल रंग नहीं रहने से व्यापारी बोली में कम दम लगाते हैं। इससे नुकसान हो रहा है। किसानों के मुताबिक प्याज की आवक दिनों दिन अधिक हो रही है, लेकिन मौसम में बदलाव के चलते किसान व व्यापारी दोनों वर्ग में चिंता है।
जानकारों के मुताबिक क्षेत्र में मौसम बदलने के साथ ही प्रदूषण का असर दिखाई दे रहा है। प्रदूषण के चलते फसलों पर प्रभाव पड़ सकता है। मौसम अब विपरीत हो रहा है, जो फसल के लिए नुकसानदायक हो सकता है। कोहरा व प्रदूषण का धुंध फसलों के लिए नुकसानदायक माना जा रहा है। इन दिनों जो कोहरा छा रहा है, पह प्रदूषण का असर है। यह वह कोहरा है जो हरियाणा, दिल्ली की तरफ से आ रहा है।