Hindi Newsराजस्थान न्यूज़Afraid of losing his tractor, a farmer committed suicide in Sriganganagar Rajasthan

आखिरी किस्त नहीं चुका पाया तो बैंक ने बनाया ट्रैक्टर छीनने का दबाव, डर से राजस्थान के किसान ने दी जान

  • ट्रैक्टर छीने जाने की बदनामी के डर से उसने 24 मार्च को कीटनाशक दवा पी ली। सूत्रों ने बताया कि इसके बाद उसे इलाज के लिए गंगानगर के अस्पताल में ले जाया गया, जहां शुक्रवार को उसकी मौत हो गई।

Sourabh Jain वार्ता, श्रीगंगानगर, राजस्थानSat, 29 March 2025 10:05 PM
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आखिरी किस्त नहीं चुका पाया तो बैंक ने बनाया ट्रैक्टर छीनने का दबाव, डर से राजस्थान के किसान ने दी जान

राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले से एक दुखद लेकिन चौंकाने वाला मामला सामने आया है, यहां ट्रैक्टर लोन की आखिरी किस्त ना चुका पाने पर बैंक वालों ने किसान पर इतना दबाव बनाया कि उसके आत्महत्या कर ली। सिर्फ एक किस्त ना चुका पाने की वजह से बैंककर्मी उसे ट्रैक्टर जब्त करने की धमकी दे रहे थे, जिसके बाद बदनामी के डर से किसान ने जान दे दी। यह मामला जिले के घमूड़वाली थाना क्षेत्र का है। जहां रहने वाले किसान ने चार साल पहले ट्रैक्टर फायनेंस कराया था। इसके बाद उसने सभी कर्ज की सभी किस्तें समय पर चुका दीं, लेकिन फसल खराब होने की वजह से वह उसकी आखिरी किस्त समय पर नहीं दे पाया था।

इसी वजह से बैंक वाले अक्सर उसके घर पर आकर बकाया रकम के लिए तगादा करते हुए उस पर दबाव बना रहे थे, साथ ही जबरदस्ती ट्रैक्टर ले जाने की धमकी भी दे रहे थे। इसी से परेशान होकर पीड़ित किसान ने कीटनाशक दवा पीकर खुदकुशी कर ली। इस मामले में पुलिस ने कम से कम चार बैंक कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

2021 में बैंक से फायनेंस कराया था ट्रैक्टर

प्राप्त जानकारी के अनुसार मृत किसान का नाम बनवारीलाल सुथार (55) है, जो कि बींझबायला कस्बे में रहता था। उसने साल 2021 में पदमपुर में आईसीआईसीआई बैंक से कर्ज लेकर ट्रैक्टर खरीदा था। बनवारीलाल ने पिछले साल सितंबर तक की सभी किस्तें समय पर चुका दी थीं, सिर्फ अक्टूबर 2024 की आखिरी EMI वह फसल खराब होने की वजह से नहीं चुका सका था।

किसान ने मांगा था अगले महीने तक का वक्त

इसी EMI को चुकाने के लिए बैंककर्मी बनवारीलाल के पीछे पड़े हुए थे, और लगातार उसे ट्रैक्टर छीनकर ले जाने की धमकी दे रहे थे। बनवारी ने उनसे अगले महीने तक का वक्त मांगा था। उसने कहा था कि वह अगले अप्रैल में नई फसल आने पर उन्हें बकाया राशि दे देगा, लेकिन इसके बाद भी बैंककर्मी उसे लगातार धमकाते रहे।

पुलिस ने चार बैंककर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया

ऐसे में ट्रैक्टर छीने जाने की बदनामी के डर से उसने 24 मार्च को कीटनाशक दवा पी ली। जिसके बाद उसे इलाज के लिए गंगानगर के अस्पताल में ले जाया गया, जहां शुक्रवार को उसकी मौत हो गई। इस मामले में उसके बेटे वीरेंद्र की शिकायत पर पुलिस ने बैंक के कर्मचारी जगमीतसिंह, कुलदीपसिंह, सुरेंद्र चौहान और युवराज बिश्नोई आदि के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है।

उधर इस घटना की जानकारी मिलते ही किसान नेता और किसान आर्मी के संयोजक मनिंदरसिंह मान और अखिल भारतीय किसान सभा के वरिष्ठ नेता रविंद्र तरखान ने गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा है कि पीड़ित किसान के परिवार को न्याय दिलाया जाएगा।

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