कोटा की नामी कोचिंग सेंटर के टीचर ने लगाई फांसी, दो दिन बाद इलाज के दौरान मौत
अपने आपको दुपट्टे की मदद से पंखे लटका लिया था। मगर गनीमत रही कि उनके घर वाले सही समय पर कमरे में पहुंच गए। मगर अब इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई है।
राजस्थान के कोटा में रविवार सुबह एक नामी कोचिंग संस्थान के 42 वर्षीय टीचर की मौत हो गई। इनकी मौत इलाज के दौरान हुई है। पुलिस ने बताया कि दो दिन पहले इन्होंने अपने फ्लैट में फांसी लगाकर सुसाइड करने की कोशिश की थी। लैंडमार्क सिटी के पैराडाइज रेजीडेंसी में रहने वाले हेमंत चौधरी शहर की एक नामी कोचिंग संस्थान नर्चर क्लासेस में काम करते थे।
दुपट्टा से लटककर लगाई फांसी
कुन्हाड़ी थाना प्रभारी अरविंद भारद्वाज ने बताया कि चौधरी ने अपने आपको दुपट्टे की मदद से पंखे लटका लिया था। मगर गनीमत रही कि उनके घर वाले सही समय पर कमरे में पहुंच गए। घरवालों ने आनन-फानन में टीचर को फांसी के फंदे से उतारा और अस्पताल लेकर गए। पुलिस ने बताया कि उनके नाक और कान से लगातार खून बह रहा था। घर वाले एक निजी अस्पताल में लेकर गए और उन्हें एडमिट कराया। वहां वो लगातार दो दिनों से डॉक्टरों की देखरेख में थे। मगर रविवार सुबह करीब 4 बजे उनकी मौत हो गई।
धारा 194 के तहत दर्ज किया केस
पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि हमने भारतीय नागरिक सुरक्षा सहिंता की धारा 194 के तहत मामला दर्ज किया है। इसमें आत्महत्या आदि के बारे में पुलिस द्वारा पूछताछ और रिपोर्ट करना शामिल होता है। ताकि मौत के असल कारण का पता लगाया जा सके। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव को परिजनों के हवाले कर दिया है। आगे की जांच जारी है ताकि आत्महत्या की असल वजह सामने आ सके।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की चौंकाने वाली रिपोर्ट
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार आत्महत्या पूरी दुनिया के ऊपर एक बोझ है। दुनिया में होने वाली मौतों में यह तीसरा सबसे बड़ा कारण है। महिलाओं द्वारा आत्महत्या के मामले में भारत पूरी दुनिया में तीसरे नंबर पर है। वहीं अगर पुरुषों के आंकड़ें देखे जाएं तो भारत पूरी दुनिया में चौथे स्थान पर आता है। कोटा से भी सुसाइड के केस आए दिन आते रहते हैं। इनमें छात्रों की संख्या सबसे ज्यादा होती है।