अस्पताल की फर्श पर महिला ने दिया बच्चे को जन्म, पंजाब के 'हेल्थ मॉडल' पर घिरी AAP
भाजपा ने आप सरकार से दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इस घटना का एक वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए, भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने भगवंत मान सरकार पर निशाना साधा।
पंजाब के पठानकोट स्थित सिविल अस्पताल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यहां एक महिला को कथित तौर पर लेबर रूम नहीं जाने दिया जिससे उसे अपने बच्चे की डिलीवरी अस्पताल के फर्श पर ही करनी पड़ी। इस घटना का वीडियो देख लोगों के अंदर गुस्सा है। लोग राज्य के 'हेल्थ मॉडल' पर भी सवाल कर रहे है। विपक्षी भाजपा ने पंजाब की आप सरकार से दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। गुरुवार को हुई इस घटना का एक वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए, भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने भगवंत मान सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आप सरकार के "विश्व स्तरीय स्वास्थ्य मॉडल" की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि सरकार विज्ञापनों पर पैसा खर्च कर रही है और राज्य के गरीब लोगों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
एक अन्य ट्वीट में, उन्होंने कहा कि दिल्ली में भी स्थिति बेहतर नहीं है, जहां AAP की सरकार है। उन्होंने लिखा, "दिल्ली में भी यह बेहतर नहीं है! मोहल्ला क्लीनिक पर हो-हल्ला लेकिन विश्व स्तरीय अस्पताल कहां हैं?" सार्वजनिक आक्रोश के बाद, पठानकोट के उपायुक्त हरबीर सिंह ने कहा कि उन्होंने सिविल सर्जन से घटना के बारे में विवरण मांगा था, लेकिन वह मिले जवाबों से "संतुष्ट नहीं" हैं।
उन्होंने कहा, "मैंने सिविल सर्जन से संपर्क किया है और घटना के बारे में विवरण मांगा है। लेकिन मैं जवाब से संतुष्ट नहीं हूं। अगर कोई महिला अस्पताल में प्रवेश करती है, तो उसकी देखभाल करना अस्पताल की जिम्मेदारी बन जाती है। मैंने जांच का आदेश दिया है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।"
हालांकि, उन्होंने कहा कि घटना के बारे में महिला का बयान अस्पताल के डॉक्टरों से अलग था। इस बीच, गुरदासपुर के सांसद सनी देओल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र लिखकर "मरीजों के जीवन के साथ खेलने के लिए" जिम्मेदार व्यक्तियों पर केस करने का आग्रह किया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।