नवजोत सिद्धू को ले डूबेंगे बगावती तेवर! पंजाब कांग्रेस में दो फाड़; हाई कमान से ऐक्शन की मांग पर अड़े नेता
पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पीसीसी चीफ से रैली से इतर सिद्धू का अलग रैली करना पार्टी नेताओं के रास नहीं आ रहा है।
पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। सिद्धू की अलग रैली को लेकर पार्टी में फाड़ साफ नजर आ रही है। सिद्धू के खिलाफ पार्टी के नेताओं का आक्रोश तब सामने आया जब कांग्रेस के नए पंजाब प्रभारी देवेंद्र यादव राज्य के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे। पंजाब कांग्रेस भवन में बुधवार को हुई बैठक के दौरान सूबे के ब्लॉक प्रधानों ने पार्टी के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के समक्ष एक सुर में कहा कि या तो हाईकामन नवजोत सिद्ध को चुप करवाए या पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाए।
पंजाब में ताजा हालातों को देखकर लग रहा है कि पीसीसी चीफ राजा वड़िग और पूर्व प्रधान नवजोत सिंह में ठन गई है। दोनों एक दूसरे पर खुल कर हमला कर रहे हैं। एक दिन पहले पंजाब प्रभारी यादव की मीटिंग में न जा कर नवजोत सिंह सिद्धू ने होशियारपुर में अपनी अलग रैली की। इसके बाद पंजाब कांग्रेस के तमाम नेता सिद्धू पर हमलावर हो गए हैं। सिद्धू ने राजा वड़िग को सीधी चुनौती देते हुए कहा था कि मुझे किसी से कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं अपनी रैलियां करता रहूंगा। अगर राजा वड़िंग में हिम्मत है तो वह भी रैली कर के दिखाएं और दस हजार लोगों की भीड़ जुटाएं। पंजाब प्रधान होने के बावजूद उनमें इतनी हैसियत नहीं है।
कांग्रेस में दो फाड़
बुधवार को पंजाब कांग्रेस प्रधान राजा वड़िंग ने कहा कि सिद्धू मुझे कमजोर न समझें। अपनी काबिलियत मुझे पता है। कुछ लोग बड़े कद के होते हैं लेकिन उनका दिल बहुत छोटा होता है। वहीं, पंजाब कांग्रेस भवन में बुधवार को हुई बैठक के दौरान सूबे के ब्लॉक प्रधानों ने पार्टी के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के समक्ष एक सुर में कहा कि या तो हाईकामन नवजोत सिद्ध को चुप करवाए या पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाए। कांग्रेस में सात साल के राजनीतिक कैरियर के दौरान यह तीसरा मौका है जब कांग्रेस के नेताओं ने सिद्धू को पार्टी से बाहर करने की मांग उठाई है।
सिद्धू के अलग रैली से गलत संकेत
सूबे के ब्लॉक प्रधानों ने पार्टी के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के समक्ष एक सुर में कहा कि पार्टी हाईकमान नवजोत सिंह सिद्धू बारे जल्द कोई फैसला ले। हाईकमान या तो सिद्धू को चुप कराए और या फिर उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाए। उनका कहना था कि सिद्धू द्वारा प्रदेश इकाई से अलग कार्यक्रम करने से पार्टी वर्करों में गलत संकेत जा रहा है। गौरतलब है कि मंगलवार को भी प्रदेश के सीनियर नेताओं ने देवेंद्र यादव के समक्ष नवजोत सिद्धू को लेकर जमकर भड़ास निकाली थी।
गलत बयानबाजी एक झटके में तोड़ेगी समर्थन
मीटिंग में ब्लॉक प्रधानों का कहना था कि वह अपने इलाके में 1-1 वोट रोजाना जोड़ते हैं और इसके लिए कड़ी मेहनत भी करते हैं लेकिन चुनाव के समय की गई गलत बयानबाजी एक झटके में 8-10 हजार वोट तोड़ देती है। सिद्धू की रैलियों में चाहे 8,000 लोग आते हों मगर पार्टी के बाकी कार्यकर्ताओं पर इसका विपरीत असर हो रहा है। बैठक में ब्लॉक प्रधानों ने प्रदेश प्रभारी से कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी के साथ पंजाब में कोई गठजोड़ न किया जाए। पार्टी वर्कर तगड़े होकर सभी सीटें जिताने में सक्षम हैं। गठबंधन से पार्टी वर्करों का मनोबल गिर सकता है। देवेंद्र यादव ने राज्य में बने मंडलों बारे रिपोर्ट ली। अब तक ब्लॉक प्रधान अपने ब्लॉक में करीब 70 प्रतिशत तक मंडल बना चुके हैं जबकि 30 प्रतिशत मंडल बनने बाकी हैं। यादव ने जल्द से जल्द यह मंडल गठित करने के सख्ती से निर्देश दिए।
रिपोर्ट: मोनी देवी
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।