सुखबीर बादल पर गोली चलाने वाले का सम्मान करो, केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू के बयान पर बवाल
- केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि अकाल तख्त के बाहर जो घटना हुई वो निंदनीय है, मगर यह याद रखना चाहिए कि नारायण सिंह चौड़ा की सुखबीर सिंह बादल से कोई निजी दुश्मनी नहीं थी।
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल के ऊपर हमले को लेकर केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के बयान पर बवाल मच गया। उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल को सुखबीर बादल पर गोली चलाने वाले नारायण सिंह चौड़ा को सम्मानित करना चाहिए। सुखबीर बादल ने खुद बेअदबी की बात स्वीकार की थी, इस पर चौड़ा ने भावुक होकर सुखबीर बादल पर गोली चलाई। बिट्टू ने जत्थेदार साहिबों से अपील की कि वे श्री अकाल तख्त के पास बने म्यूजियम में नारायण सिंह चौड़ा की तस्वीर लगाएं। मालूम हो कि अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के बाहर धार्मिक सजा भुगतने के दौरान बादल पर हमला हुआ था।
केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि अकाल तख्त के बाहर जो घटना हुई वो निंदनीय है मगर नारायण सिंह चौड़ा की बादल से कोई निजी दुश्मनी नहीं थी। उन्होंने भावुक होकर उन पर निशाना साधा। यह गोली सुखबीर बादल को नहीं बल्कि दरबार साहिब की एक दीवार पर लगी। जब नारायण सिंह को पता चला कि सुखबीर बादल ने बेअदब की बात स्वीकार की है तो उन्होंने भावुक होकर गोली चला दी। श्री गुरु ग्रंथ साहिब में आस्था रखने वालों के लिए इससे बढ़कर कुछ नहीं है। बिट्टू ने कहा कि नारायण सिंह चौड़ा देशरत्न हैं। अब अकाली दल को मिलकर नारायण सिंह का सम्मान करना चाहिए। इस हमले का आतंकवादियों और गैंगस्टरों से कोई लेना-देना नहीं है।
'अकाली दल राजोआना को गले लगा सकता है तो...'
रवनीत बिट्टू ने अकाली दल पर तंज कसा कि जिस तरह बिक्रम सिंह मजीठिया बेअंत सिंह के हत्यारे को गले लगा चुके हैं, उसी तरह अब नारायण सिंह चौड़ा को भी गले से लगा लेना। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नारायण सिंह ने गुरु की भावना से सुखबीर पर गोली चलाई है। ऐसे में उनके खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं किया जाना चाहिए। साथ ही, अगर कोई केस दर्ज भी है तो एसजीपीसी को मामले का सारा खर्च उठाकर चौड़ा को रिहा करवाना चाहिए। सुखबीर बादल और एसजीपीसी अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी को नारायण सिंह के लिए कोई बड़ा वकील करना चाहिए। रवनीत बिट्टू ने कहा कि पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिंह (बिट्टू के दादा) को मारा गया था, तब अकाली दल कहता था कि बलवंत राजोआना ने इमोशन में आकर बेअंत सिंह को मारा। हम अब यही कहते हैं कि अकाली दल अगर बलवंत राजोआना को गले लगा सकता है, तो अब भी बड़ा दिल दिखाए, नारायण सिंह चौड़ा कौम के हीरे हैं। उन्हें सम्मानित करना चाहिए। जेल में उन्हें फ्रूट्स दिए जाएं, क्योंकि उन्होंने भी इमोशन में आकर सुखबीर बादल पर गोली चलाई थी, नारायण सिंह चौड़ा ने गुरु की बेअदबी के लिए गोली चलाई थी।
चौड़ा को बंदी सिखों से कैसे जोड़ रहे बिट्टू: अकाली दल
केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के सुखबीर बादल पर हमला करने वाले नारायण सिंह चौड़ा को सम्मानित करने वाले बयान पर अकाली दल ने पलटवार किया है। शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि नारायण सिंह चौड़ा ने दरबार साहिब पर हमला किया है। चौड़ा कई गैर कानूनी गतिविधियों में आरोपी है। बिट्टू अपने कमरे में चौड़ा की तस्वीर लगाएं। चौड़ा को बंदी सिखों से कैसा जोड़ा जा सकता है। बंदी सिख अपनी सजा पूरी कर चुके हैं। चीमा ने कहा कि जब बंदी सिंहों की रिहाई की बात आती है तो रवनीत बिट्टू प्रधानमंत्री के चरणों में जाकर बैठ जाते हैं। वह कहते हैं कि उन्होंने उनके दादा को मारा था, उन्हें रिहा किया तो उनके साथ अन्याय होगा।
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