पंजाब पुलिस को बड़ी कामयाबी, पाकिस्तानी ड्रोन से ड्रग्स रिसीव करने वाले 4 गिरफ्तार
- डीजीपी ने बताया कि सभी आरोपी पाकिस्तान स्थित तस्करों के सीधे संपर्क में थे और सीमा पार से ड्रग्स की खेप प्राप्त कर रहे थे। उन्होंने बताया कि जांच में पता चला है कि ड्रोन की मदद से खेप गिराई जा रही थी।
पंजाब पुलिस ने नकली दवाओं का काला कारोबार करने वाले कम से कम चार लोगों को फजिल्का से गिरफ्तार किया है। उनके पास प्रतिबंधित दवाओं की 2.10 लाख टेबलेट पाई गई हैं। पुलिस ने तीन वाहनों से 1.70 लाख की प्रतिबंधित दवाएं जब्त कीं। आरोपियों के खिलाफ नारकोटिक्स ड्रग्स ऐंड साइकोट्रोपिक सब्सटैंसेज (NDPS) ऐक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि यह नकली दवाओं के कारोबारियों के लिए बड़ा झटका है।
उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस नकली दवाओं का कारोबार करने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई कर रही है। पुलिस इसी तरह इस काले कारोबेर के खिलाफ काम करती रहेगी। बता दें कि पाकिस्तान से ड्रोन के सहारे भी नकली दवाइयों और नशीली दवाओं की तस्करी की जाती है। पंजाब पुलिस ने मंगलवार को ऐसे एक ड्रोन को भी नष्ट किया है। डीजीपी यादव ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोग पाकिस्तान के तस्करों के साथ संपर्क में थे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए नशीली और नकली दवाइयां भेजी जाती थीं और ये रिसीव करके सप्लाई का काम करते थे। पुलिस मामले की विस्तार से जांच कर रही है।
डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने मंगलवार को बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी (19) और बलजीत कौर (32) के रूप में हुई है, जो तरनतारन के मुठियावल गांव के निवासी हैं; मनिंदर सिंह (34), जो तरनतारन के भिखीविंड के निवासी हैं और हरप्रीत सिंह (26), जो अमृतसर के लोधी गुजर गांव के निवासी हैं। हेरोइन बरामद करने के अलावा पुलिस टीमों ने दो मोटरसाइकिलें भी जब्त की हैं।
डीजीपी ने बताया कि सभी आरोपी पाकिस्तान स्थित तस्करों के सीधे संपर्क में थे और सीमा पार से ड्रग्स की खेप प्राप्त कर रहे थे। उन्होंने बताया कि जांच में पता चला है कि ड्रोन की मदद से खेप गिराई जा रही थी। डीजीपी ने कहा कि इस मामले में आगे की जांच चल रही है ताकि आगे की कड़ी स्थापित की जा सके। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां और बरामदगी की संभावना है।
ऑपरेशन का विवरण साझा करते हुए, पुलिस आयुक्त (सीपी) अमृतसर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा कि विश्वसनीय सूचना पर कार्रवाई करते हुए, डीसीपी हरप्रीत सिंह मंडेर, एडीसीपी जांच नवजोत सिंह और एसीपी डिटेक्टिव कुलदीप सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस टीम ने सीआईए स्टाफ -1 प्रभारी इंस्पेक्टर अमोलकदीप सिंह की देखरेख में एक लक्षित अभियान चलाया और इस साल एक जनवरी को गुरु की वडाली के इलाके में गुरप्रीत सिंह और बलजीत कौर को तीन किलो हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया।
पता चला कि गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी और बलजीत कौर रिश्ते में भतीजे और चाची हैं। बलजीत कौर के पति बलबीर सिंह को 2022 में राजस्थान के श्रीगंगानगर के हिंदूमलकोट थाने ने एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार किया था, जहां उसके पास से पांच किलो हेरोइन बरामद हुई थी। वह फिलहाल राजस्थान की कर्णपुर जेल में बंद है। पुलिस आयुक्त ने कहा कि आपूर्तिकर्ताओं, डीलरों और खरीददारों के पूरे नेटवर्क का पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं, साथ ही गिरफ्तार व्यक्तियों द्वारा अब तक खरीदी गई दवाओं की कुल मात्रा का भी पता लगाया जा रहा है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।