मांगें पूरी नहीं हुईं तो मेरी लाश जाएगी, किसान नेता ने शुरू किया आमरण अनशन; पुलिस उठा ले गई
- किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर ने मंगलवार को दावा किया कि पंजाब, हरियाणा और केंद्र ने एक साझा ऑपरेशन चलाया और डल्लेवाल की ट्रॉली तोड़कर उन्हें ले गए। हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि वे उन्हें कहां ले गए हैं।
खनौरी बॉर्डर पर किसानों की मांगों को लेकर आमरण अनशन शुरू करने से पहले ही भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर के प्रधान जगजीत सिंह डल्लेवाल को पंजाब पुलिस ने उठा लिया। पटियाला रेंज के डीआईजी एमएस सिद्धू ने बताया कि चूंकि डल्लेवाज बेहद बुजुर्ग हैं, इसलिए उन्हें लुधियाना के डीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं पुलिस के इस कदम से किसान भड़क गए हैं। उन्हें तुरंत रिहा करने की मांग की है। किसानों के बड़े-बड़े जत्थे खनौरी बॉर्डर पर पहुंच रहे हैं।
हम सरकार की इन हरकतों से डरने वाले नहीं: पंधेर
किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर ने मंगलवार को दावा किया कि पंजाब, हरियाणा और केंद्र ने एक साझा ऑपरेशन चलाया और डल्लेवाल की ट्रॉली तोड़कर उन्हें ले गए। हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि वे उन्हें कहां ले गए हैं। इससे पता चलता है कि सरकार डरी हुई है। उन्हें तुरंत रिहा किया जाना चाहिए, सरकार को लोगों को भड़काना नहीं चाहिए। हमारा विरोध जारी रहेगा हम लोगों से अपील करते हैं कि वे आज के कार्यक्रम के लिए खनौरी बॉर्डर पर पहुंचे और 6 दिसंबर को शंभू बॉर्डर से दिल्ली की ओर कूच करने का हमारा कार्यक्रम भी जारी रहेगा। हम सरकार की इन हरकतों से डरने वाले नहीं हैं। एमएसपी कानूनी गारंटी, किसान कर्ज माफी आदि जैसी कई मांगें हैं, जब तक ये मांगें पूरी नहीं होतीं, हमारा विरोध जारी रहेगा।
किसान नेता का सरकार ने अपहरण करवाया है
भारतीय किसान यूनियन तोतेवाल के प्रदेश प्रधान सुख गिल ने बताया कि लगभग 200 के करीब पुलिसकर्मियों ने रात को 3:30 बजे आकर जगजीत सिंह डल्लेवाल को गिरफ्तार कर लिया है। पहले ऐसा कहा जा रहा था कि उन्हें अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है लेकिन अब सूचना आ रही है कि उन्हें लुधियाना के डीएमसी में दाखिल करवाया गया है। खनौरी बार्डर पर सोमवार को बैठे थे। यहां पर किसानों की संख्या में लगातार बढ़ती भीड़ को देखकर सरकार घबरा गई। इसके कारण किसान नेता का सरकार ने अपहरण धरने से करवाया है। वह शांतिपूर्ण सरकार से अपनी मांगों को मनवाने के लिए धरने पर बैठे थे। अब किसान नेताओं को सरकार आवाज उठाने से रोकने का जो प्रयास कर रही है। उसका किसान मुंहतोड़ जवाब देंगे।
अपने बेटे, बहू, पोते के नाम करा दी थी जमीन-जायदाद
जगजीत सिंह डल्लेवाल ने सोमवार को फरीदकोट पहुंचकर अपनी सारी जमीन-जायदाद अपने बेटे, बहू, पौते के नाम करा दी थी। उन्होंने कहा था कि वो औपचारिकताएं पूरी करने के लिए यह अनशन नहीं कर रहे हैं। बल्कि किसानों की मांगों को पूरा कराने के लिए अपना जीवन कुर्बान करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा था कि अंतिम सांस तक इस लड़ाई को जारी रखेंगे। उन्होंने कहा था कि या तो किसानों की मांगें पूरी करा कर वो अपने गांव वापस आएंगे या फिर उनकी लाश वापस आएगी।
रिपोर्ट: मोना देवी
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