केंद्र चाहता है डल्लेवाल अनशन छोड़ दें, हम क्यों करेंगे ऐसा; जमकर बरसे CM भगवंत मान
- किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के अनशन को लेकर छिड़ी रार पर पंजाब सीएम भगवंत मान ने चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि केंद्र चाहता है कि पंजाब सरकार डल्लेवाल का अनशन तुड़वा दे, हम क्यों ऐसा चाहेंगे।
खनौरी व शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन और जगजीत सिंह डल्लेवाल के अनशन को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चुप्पी तोड़ी। चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भगवंत मान ने सफाई दी कि केंद्र सरकार डल्लेवाल का अनशन तोड़ना चाहती है, हम ऐसा क्यों करेंगे। उन्होंने कहा कि रजामंदी से मामले निपट जाते हैं। दुनिया में जंगे चलती हैं लेकिन मामले टेबल पर बातचीत से निपटते हैं। किसान भी देश के नागरिक हैं। केन्द्र सरकार किसान संगठनों को बातचीत के लिए बुलाये और इस मामले को निपटाने की कोशिश करे। केंद्र सरकार को अपना अड़ियल रवैया छोड़ना होगा। आंदोलन कर रहे किसानों की सारी मांगें केंद्र सरकार से हैं।
दरअसल, इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने बृहस्पतिवार को कहा था कि पंजाब सरकार और उसके अधिकारी और कुछ किसान नेता मीडिया में यह गलत धारणा बना रहे हैं कि किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का अनशन खत्म कराने की कोशिश की जा रही है। पीठ ने कहा, “हमें डल्लेवाल के प्रति कुछ किसान नेताओं की सद्भावना को परखने की जरूरत है।”
केंद्र सरकार पर बरसे भगवंत मान
मान ने कहा कि केंद्र सरकार चाहती है कि किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को अनशन से पंजाब सरकार उठा दे, मगर हम ऐसा क्यों करेंगे नहीं। किसान शांति से धरना दे रहे हैं और डल्लेवाल अनशन पर बैठे हैं। सीएम मान ने दावा किया कि केंद्र सरकार ने किसानों से दोबारा बात करने की कोशिश नहीं की। केंद्र सरकार किसानों को बातचीत का न्योता क्यों नहीं दे रही? अब केंद्र रद्द किए गए तीनों कानूनों को दोबारा किसी अन्य रूप में लागू करने की तैयारी में है। केंद्र सरकार किसानों से बातचीत से घबरा रही है। उन्होंने कहा कि बजाए किसानों की मांगों को सुनने के ये कह रहे हैं कि पंजाब सरकार की जिम्मेदारी है। हम काफी बार कोशिश कर चुके हैं कि किसानों और केंद्र सरकार के बीच बातचीत हो। अब जो कानून वापिस लिए गए थे उन्हें किसी और तरीके से वापिस लेने की तैयारी है।
हमें भी डल्लेवाल की सेहत की चिंता
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत और उनके अनशन के सवाल पर सीएम भगवंत मान ने कहा कि हमें भी उनकी सेहत की चिंता है। हम डल्लेवाल की सेहत की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। 50 डॉक्टरों की उनकी सेहत की देखभाल कर रही हैं। धरना स्थल पर अस्पताल भी बना दिया गया है। मैंने खुद परसों डल्लेवाल से बात की है। उन्हें कहा है कि संघर्ष लंबा चलेगा, आपकी सेहत जरूरी है। लेकिन केंद्र सरकार चाहती है कि हम डल्लेवाल को उठाकर अस्पताल ले जाए। यह हम कैसे कर सकते हैं क्योंकि किसान हिंसक नहीं हो रहे हैं, वे तो शांति से बैठे हैं। हमारे डीजीपी, एडीजीपी, डीसी सारे अधिकारी किसानों से बातचीत कर रहे हैं। आंसू गैस के गोले व पानी की बौछारें हरियाणा मार रहा है। मामला केंद्र सरकार से जुड़ा है। हम नहीं चाहते हैं कि हमारे यहां किसी तरह का जानी नुक्सान हो। उन्होंने कहा कि अगर कुछ भी होता है तो केंद्र की बीजेपी सरकार की जिम्मेदारी है।
पंजाब में कृषि मार्केटिंग पॉलिसी का ड्रॉफ्ट नहीं करेंगे लागू
सीएम भगवंत मान ने साफ कहा कि हम पंजाब में कृषि मार्केटिंग पॉलिसी का ड्रॉफ्ट लागू नहीं करेंगे। मध्यप्रदेश के नेता शिवराज खेती मंत्री है। वह वहां के मुख्यमंत्री रहे हैं। उन्हें सारे इश्यू पता है। उन्होंने पंजाब और हरियाणा का मंडीकरण सिस्टम बहुत मजबूत है। अब नई एग्रीकल्चर मार्केटिंग पॉलिसी के ड्रॉफ्ट को लागू कर इसे तोड़ने की कोशिश की जा रही है।
रिपोर्ट: मोनी देवी
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