बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: एक और आरोपी फाजिल्का से गिरफ्तार, लॉरेंस बिश्नोई गैंग का है सदस्य
- डीजीपी ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि गिरफ्तार आरोपी लॉरैंस बिश्नोई गिरोह का सदस्य है, जो बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल शूटरों को लॉजिस्टिक सहायता प्रदान कर रहा था।
एनसीपी (अजित गुट) के नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में मुंबई क्राइम ब्रांच और पंजाब की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने पंजाब पुलिस के साथ मिलकर एक और आरोपी को पंजाब के फाजिल्का से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी का नाम आकाशदीप करजसिंह गिल है। पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान फाजिल्का जिले के पक्का चिश्ती के निवासी आकाश गिल के रूप में हुई है।
डीजीपी ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि गिरफ्तार आरोपी लॉरैंस बिश्नोई गिरोह का सदस्य है, जो बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल शूटरों को लॉजिस्टिक सहायता प्रदान कर रहा था। उन्होंने बताया कि आरोपी को आगे की जांच के लिए मुम्बई पुलिस को सौंप दिया है। एडीजीपी एजीटीएफ प्रमोद बान ने बताया कि ए.आई.जी. ए.जी.टी.एफ. संदीप गोयल की निगरानी में पुलिस टीमें, बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में मुम्बई पुलिस के साथ निकट समन्वय से काम कर रही थीं और चल रही जांच के दौरान इस केस में आरोपी आकाश गिल की भूमिका सामने आई। उन्होंने कहा कि डीएसपी राजन परमिंद्र सिंह के नेतृत्व में ए.जी.टी.एफ. की पुलिस टीमों ने मुम्बई क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर एक संयुक्त ऑप्रेशन चलाया और आरोपी को फाजिल्का के सुलेमानकी रोड से गिरफ्तार कर लिया।
ट्रांजिट रिमांड पर ले गई महाराष्ट्र पुलिस
आरापी आकाश गिल को महाराष्ट्र पुलिस गिरफ्तार कर पहले सरकारी अस्पताल ले गई। पुलिस सुरक्षा के बीच उसकी मेडिकल जांच कराई गई और फिर फाजिल्का की स्थानीय अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने महाराष्ट्र पुलिस को आरोपी की ट्रांजिट रिमांड दे दी। पिछले महीने मुम्बई में बाबा सिद्दीकी की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड के पीछे लॉरेंस बिश्नोई का नाम सामने आया था। बताया जा रहा है कि मुख्य शूटर शिव कुमार ने ही ऑस्ट्रेलियाई ग्लॉक पिस्टल से बाबा सिद्दीकी पर 6 राउंड फायरिंग की थी, जिसमें से 3 गोली बाबा सिद्दीकी को लगी थी।
जालंधर का जीशान अख्तर अभी तक नहीं लगा पुलिस के हाथ
एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में एक और आरोपी जीशान अख्तर की पहचान हुई थी, जोकि पंजाब के जालंधर का रहने वाला है। अभी तक वह पुलिस के हाथ नहीं लगा है। हत्या को तीन शूटरों ने अंजाम दिया था, जिनमें से एक गुरमेल सिंह हरियाणा के कैथल जिले के नारद गांव का रहने वाला है। पंजाब के नकोदर के शकर गांव का रहने वाला है। उसकी पहचान मोहम्मद जीशान अख्तर के रूप में हुई है। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, जीशान अख्तर को 2022 में संगठित अपराध, हत्या और डकैती के आरोप में जालंधर ग्रामीण पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जीशान अख्तर को पटियाला जेल में कैद किया गया था, जहां वह लॉरेंस गिरोह से जुड़ गया था। वह इस साल 7 जून को जेल से रिहा हुआ और बाद में गिरोह में शामिल हो गया। तीनों शूटरों को जीशान अख्तर बाहर से निर्देश दे रहा था। उसने गोली मारने की जगह के बारे में जानकारी दी थी। किराये के कमरे की व्यवस्था करने सहित कई चीजों को लेकर मदद की थी।
रिपोर्ट: मोनी देवी
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