अमेरिका बेड़ियां पहनाकर भारत लाया, अब युवक ने सदमे में छोड़ा घर; परिवार परेशान
- Indian: अमेरिका से डिपोर्ट होकर 104 भारतीय अपने ठिकानों तक पहुंच रहे हैं। पंजाब के फिल्लौरा का रहने वाला दविंदर जीत सिंह भी इन्हीं लोगों में शामिल था। परिवार के मुताबिक जब से वह वापस आया है तब से उसने किसी से बात नहीं की। आज सुबह ही वह बिना किसी को बताए कहीं चला गया है।
अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 104 भारतीयों को लेकर अमेरिकी मिलिट्री का सी-17 प्लेन 5 कल पंजाब के अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरा था। इस में पंजाब के 30 लोगों के अलावा हरियाणा, गुजरात और चण्डीगढ़ के लोग शामिल थे। जिन पंजाबियों को डिपोर्ट किया गया है, वे डंकी रूट से अमेरिका पहुंचे थे। इसके लिए उन्होंने 40 से 50 लाख तक खर्च किए। किसी ने जमीन-गहने बेचे तो किसी ने मोटे ब्याज पर लाखों का कर्ज लिया। अमेरिका से डिपोर्ट होकर वापिस आए 104 भारतीयों में फिल्लौर के गांव लांडारा का रहने वाला दविंदरजीत सिंह भी शामिल है। दविंदर कल देर रात घर लौटा था और किसी से बात नहीं कर रहा था। आज सुबह बिना किसी को बताए वह 5 बजे कहीं चला गया। इसके बाद परिवार ने थाना फिल्लौर की पुलिस को शिकायत दी है।
दविंदरजीत जैसे कई परिवारों को उम्मीद थी कि अमेरिका पहुंचने के बाद घर के हालात ठीक होंगे, लेकिन अब गुजारा करना तक मुश्किल हो गया है। अच्छी नौकरी और आरामदायक जिंदगी का सपना लिए विदेश गए ये युवा अब खाली हाथ लौटे हैं।
पंजाब के एनआरआई मामलों के मंत्री कुलदीप धालीवाल ने अमृतसर एयरपोर्ट जाकर पंजाब के डिपोर्ट लोगों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प उनके दोस्त हैं। पिछले अमेरिकी चुनावों में वह उनका प्रचार भी करने गए थे। वे अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प से मिलकर इसका हल निकालें।
2 महीने पहले गया था विदेश
दविंदरजीत सिंह की मां बलबीर कौर ने बताया कि उनका बेटा 2 महीने पहले विदेश गया था। वह पहले दुबई गया था और इसके बाद वहां से अमेरिका चला गया। दुबई से दविंदर 13 दिन पहले ही अमेरिका गया था पर उसे अमेरिका से डिपोर्ट कर दिया गया। उसे कल देर रात प्रशासनिक अधिकारी घर छोड़ कर गए थे। वह सदमे में था और किसी से बात नहीं कर रहा था। आज सुबह बिना किसी को बताए वह 5 बजे कहीं चला गया। इसके बाद उन्होंने थाना फिल्लौर की पुलिस को शिकायत दी है। परिवार को अनहोनी का डर सता रहा है। उसके पिता की पहले ही मौत हो चुकी है जबकि उसकी दो बहनों व एक भाई की शादी हो गई है। वह अभी खुद अविवाहित था।
डिपोर्ट होने वाले 18,000 भारतीयों में 8000 पंजाब के
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर अमेरिकी अधिकारियों ने अमेरिका में बिना दस्तावेज के रह रहे 18,000 भारतीयों की पहचान की है, जिनके पास कोई दस्तावेज नहीं है। अब इन भारतीयों के शीघ्र ही प्रत्यर्पण की खबर से उनके परिजनों में काफी दहशत फैल गई है। इन 18,000 भारतीयों में से कम से कम 8000 पंजाब के हैं।
रिपोर्ट: मोनी देवी
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