बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की शुरुआत 1996-97 में हुई थी। इस सीरीज का नाम ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज एलन बॉर्डर और भारत के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर के नाम पर रखा गया है। दोनों ने अपने करियर में 10 हजार से अधिक टेस्ट रन बनाए।
'क्रिकेट के भगवान' कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के किंग हैं। उन्होंने ना सिर्फ भारत के लिए बल्कि बीजीटी इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाए हैं। वह 34 टेस्ट में 3262 रन के साथ शीर्ष पर काबिज हैं। उनके अलावा कोई भी तीन हजार का आंकड़ा नहीं छू पाया।
पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत के लिए दूसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले प्लेयर हैं। उनके बल्ले से 29 मैचों में 2434 रन निकले। लक्ष्मण की 2001 में खेली गई 281 रन की यादगार पारी को कौन भूल सकता है। उन्होंने तब कोलकाता में ऑस्ट्रेलिया की बखिया उधेड़ी थी।
भारत के पूर्व कप्तान और पूर्व हेड कोड राहुल द्रविड़ ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 32 टेस्ट मैचों में 2143 रन जुटाए। उन्होंने इस दौरान 2 सेंचुरी और 13 अर्धशतक जमाए। उनका कंगारुओं के सामने हाईएस्ट स्कोर 233 रहा।
चेतेश्वर पुजारा ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 24 टेस्ट में 2033 रन जोड़े हैं। वह चौथे स्थान पर हैं। पुजारा लंबे समय से टीम से बाहर चल रहे हैं। उनकी भारतीय टीम में वापसी मुश्किल लग रही है। उन्होंने आखिरी टेस्ट पिछले साल जून में खेला था।
विराट कोहली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय खिलाड़ियों की विस्ट में पांचवें नंबर पर हैं। वह ओवरऑल फेहरिस्त में सातवें पायदान पर हैं। उन्होंने 24 टेस्ट में 1979 रन बनाए हैं, जिसमें आठ सेंचुरी और पांच अर्धशतक शामिल हैं।
कप्तान रोहित शर्मा लिस्ट में काफी नीचे हैं। वह भारतीयों की सूची में 12वें और ओवरऑल में 25वें नंबर पर हैं। 'हिटमैन' के नाम से मशहूर रोहित ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 11 टेस्ट में 650 रन बनाए हैं। उन्होंने एक शतक और तीन फिफ्टी जमाई हैं। भारतीय टीम रोहित के नेतृत्व में आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में उतरेगी।